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कानपुर में बतौर डीआइजी रेंज तैनात रह चुके हैं नए डीजीपी।
यूपी के नए पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल वर्ष 2003-04 में कानपुर में डीआइजी रेंज के पद पर तैनात रह चुके हैं। शहर में तैनाती के कार्यकाल के दौरान अपहरण व हत्या की कई घटनाएं हुई थीं जिनका उनके निर्देशन में राजफाश हुआ था
कानपुर, उत्तर प्रदेश के नए पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल के लिए कानपुर शहर बेहद खास रहा। वैसे तो यूपी पुलिस ज्वाइन करने के बाद वह कई शहरों में तैनात रहे लेकिन कानपुर में तैनाती के समय उन्हें खास उपलब्धि मिली थी। शायद यही वजह है कि शहर उनके लकी भी रहा, वह कानपुर में बतौर डीआइजी रेंज तैनात रह चुके हैं। क्राइम कंट्रोल करने में उनका अंदाज बिल्कुल अलग रहा और परंपरागत मुखबिर सिस्टम और आधुनिक प्रणाली दोनों का इस्तेमाल बखूबी करते हैं।
नए पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल वर्ष 2003-04 में शहर में बतौर डीआइजी तैनात थे। उनके कार्यकाल में इटावा-कानपुर के बीच डकैतों का प्रभाव अधिक था। उस समय एसएसपी रामेंद्र विक्रम सिंह की भी यहीं तैनाती थी। कार्यकाल के दौरान अपहरण व हत्या की कई घटनाएं हुई थीं, जिनका मुकुल गोयल के निर्देशन में राजफाश हुआ था। इन वारदातों की गुत्थी सुलझाने में उन्होंने मुखबिर सिस्टम और आधुनिक प्रणाली दोनों का सफल प्रयोग किया था। उन्होंने विवेचनाओं और इनफोर्समेंट पर भी काम किया।
अपनी विशिष्ट सेवा को लेकर वह विभागीय स्तर पर खास पहचान बनाते आए हैं। अपनी उत्कृष्ट सेवा के परिणामस्वरूप उन्हें कानपुर शहर में तैनाती के दौरान ही राष्ट्रपति पुलिस पदक भी मिला था। यही वजह है कि कानपुर में तैनाती का समय उनके लिए बेहद खास रहा। कानून और अनुशासन पसंद अफसर होने के चलते उन्होंने अपने कार्यकाल में पुलिस कर्मियों को वर्दी में रहने की सख्त हिदायत दी थी।