प्रदेश के नए डीजीपी मुकुल गोयल ने मेरठ कप्‍तानी के दौरान बड़े-बड़े दुर्दातों को चटाई थी धूल

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RGA न्यूज़

प्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी मुकुल गोयल ने मेरठ की कप्तानी में बड़े-बड़े दुर्दातों को धूल चटाई थी। सदर बाजार थाने के चाट बाजार में हरियाणा के कुख्यात प्रदीप जाट से एके-47 बरामद की। उस समय मुकुल गोयल प्रदेश में चर्चा में आ गए थे।

मेरठ, प्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी मुकुल गोयल ने मेरठ की कप्तानी में बड़े-बड़े दुर्दातों को धूल चटाई थी। सदर बाजार थाने के चाट बाजार में हरियाणा के कुख्यात प्रदीप जाट से एके-47 बरामद की। उस समय मुकुल गोयल प्रदेश में चर्चा में आ गए थे।

1987 बैच के आइपीएस मुकुल गोयल ने 5 मई 2002 से 24 सितंबर 2003 तक बतौर मेरठ के कप्तान का कार्यभार संभाला था। उन्होंने अपने कार्यकाल में दारोगा की हत्या करने वाले कुख्यात बदमाश विजय बबलू को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। विजय बबलू पर उस समय दो लाख का इनाम था। प्रदेशभर की पुलिस विजय बबलू के पीछे पड़ी थी। विजय बबलू को मार गिराने में मुकुल गोयल का शहर के व्यापारियों ने भी सम्मान किया था। गोयल के समय में बदमाश चमन दौरालिया को भी ढेर किया गया था। चमन का मेरठ जोन के कई जनपदों में आतंक था।

मुकुल के डीजीपी बनने से मेरठ में खुशी : चूंकि मुकुल गोयल मेरठ के कप्तान रह चुके हैं, लिहाजा उनके यहां के कई लोगों से बेहतर संपर्क बने जो अब तक चल रहे हैं। उनकी डीजीपी की तैनाती पर सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता संजय गुप्ता बुधवार को ही उनके दिल्ली स्थित आवास पर बधाई देकर लौटे। उन्होंने बताया कि मेरठ में कप्तान रहने के साथ मुकुल गोयल ने दोस्त भी बनाए। आज भी वे दोस्ती निभाते हैं। उनकी सरलता उनकी पहचान है। मुकुल गोयल के मित्रों में शुमार हेल्थकेयर इमेजिंग सेंटर के निदेशक डा. संजय गुप्ता बताते हैं कि उनके पिता के इलाज के दौरान उनका यहां के चिकित्सा क्षेत्र के लोगों से गहरा नाता जुड़ा। संयुक्त व्यापार संघ के पूर्व अध्यक्ष विजेंद्र अग्रवाल का कहना है कि डीजीपी मुकुल गोयल के मेरठ एसएसपी बनने के समय में कई अच्छे कार्य हुए। मुकुल गोयल समय पर निर्णय लेने वाले अधिकारी रहे हैं। पूर्व एमएलसी हरपाल सैनी ने भी फोन पर उन्हें बधाई दी। साथ ही मेरठ आने का न्योता भी दिया। कहा कि मुकुल गोयल के डीजीपी बनने से पुलिस में एक बदलाव नजर आएगा।

मुजफ्फरनगर दंगे के दौरान आए थे मुकुल

वर्ष 2013 में मुजफ्फरनगर में दंगा हुआ था। दंगे के दौरान सपा सरकार ने तत्कालीन एडीजी ला एंड आर्डर अरुण कुमार को हटाकर उनके स्थान पर मुकुल गोयल को सूबे का एडीजी ला एंड आर्डर बनाया था। एडीजी ला एंड आर्डर बनने के बाद मुकुल गोयल जनपद में पहुंचे थे। उन्होंने दंगा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा भी किया था।

मेरठ में है रिश्तेदारी

मुकुल गोयल के साढू शलभ गुप्ता मेरठ के कारोबारी हैं। जेसंस इंजीनियरिंग और गढ़ रोड स्थित समुद्रा हुंडई के निदेशक शलभ की प}ी नेहा और मुकुल गोयल की प}ी सोनू सगी बहनें हैं। 

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