अलीगढ़ में जेल गए आरोपित की रिहाई के लिए छह घंटे प्रदर्शन

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RGA न्यूज़

अलीगढ़ में जेल गए आरोपित की रिहाई के लिए छह घंटे प्रदर्शन

खेरेश्वर मंदिर में शिलापट्टिका तोड़ने के आरोप में दीपक को पुलिस ने भेज दिया था जेल रामलीला मैदान पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने किया धरना-प्रदर्शन अफसरों ने मानी बात।

अलीगढ़:- खेरेश्वर मंदिर पर लगी शिलापट्टिका तोड़ने का मामला गुरुवार को गरमा गया। पुलिस ने बजरंग दल कार्यकर्ता को गिरफ्तार कर लिया, जिसके विरोध में हिदुत्ववादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने शहर में हंगामा शुरू कर दिया। पहले तहसील कोल के सामने नारेबाजी की। फिर रामलीला मैदान में इकट्ठा हो गए और धरना-प्रदर्शन किया। करीब छह घंटे बाद शाम को कार्यकर्ता की रिहाई के बाद धरना खत्म किया गया। इसे लेकर तीन थानों का फोर्स भी रामलीला मैदान में डटा रहा।

28 जून को समाजवादी पार्टी के नेता सलमान शाहिद की ओर से खेरेश्वर मंदिर में वाटर कूलर लगाया गया था। साथ ही शिलापट्टिका भी लगाई गई। हिदुत्ववादी संगठनों ने बुधवार दोपहर को विरोध करते हुए शिलापट्टिका तोड़ दी। पुलिस ने तब लोगों को समझाकर मामला शांत किया, लेकिन देररात मंदिर कमेटी की तहरीर पर अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर लिया। बजरंग दल के महानगर संयोजक गौरव शर्मा ने बताया कि गुरुवार सुबह बजरंग दल के कार्यकर्ता दीपक किसी काम से बन्नादेवी थाने गए तो यहीं से उन्हें लोधा थाने ले जाया गया। प्रशासनिक अधिकारियों से बात की तो पता चला कि कार्यकर्ता का शांतिभंग में चालान कर दिया है। वहीं, जमानत का भी आश्वासन दिया। जब वकील के माध्यम से एसडीएम कोल के समक्ष जमानत संबंधी कागजात पेश किए, तो उसे स्वीकार नहीं किया गया, बल्कि कार्यकर्ता को जेल भेज दिया गया। इसके विरोध में पहले तहसील कोल के सामने दर्जनों कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की। जाम लगाने की कोशिश की। इसके बाद दोपहर 12 बजे विश्व हिदू परिषद व बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ता रामलीला मैदान में एकत्रित हो गए। धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जेल भरो आंदोलन की चेतावनी दी। इस बीच एसीएम प्रथम संदीप केला, सीओ प्रथम राघवेंद्र सिंह ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया। शाम करीब छह बजे दीपक को जमानत पर रिहा कर दिया गया, जिसके बाद हंगामा शांत हो सका। महिलाएं भी जुटीं

रामलीला मैदान में सैकड़ों कार्यकर्ता भूखे प्यासे डटे हुए थे। इनमें परिवार की महिलाएं भी शामिल थीं। हालांकि पुलिस ने महिलाओं को समझाकर हटा दिया था, लेकिन कार्यकर्ता डटे रहे। इनमें महानगर अध्यक्ष शेखर शर्मा, अमित भारद्वाज, विशाल देशभक्त, हर्षद हिदू, भारत गोस्वामी, नरेश कुमार आदि मौजूद थे।

वाटर कूलर भी हटाया

प्रकरण में सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। चूंकि जहां शिलापट्टिका को तोड़ा गया था, वहां सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं, लेकिन बुधवार को शिलापट्टिका तोड़ने के दौरान वहां कोई नहीं था। इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है। वहीं बुधवार रात खेरेश्वर मंदिर से वाटर कूलर भी हटा दिया गया।

शिलापट्टिका तोड़ने के मामले में लोधा थाने में अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया था। वहीं, शांतिभंग में एक युवक को गिरफ्तार किया गया। शाम को उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया।

कुंवर बहादुर सिंह, एसडीएम कोल

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