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RGA न्यूज़
वैज्ञानिकों से बोले केंद्रीय मंत्री गिरिराज, शोध करना पहली जिम्मेदारी लेकिन किसानों को लाभ पहुंचाने वाली रिसर्च भी जरुरी
वैज्ञानिक विभिन्न शोधपत्र तैयार करते हैंये अच्छी बात है। नित नए प्रयास करने चाहिए।लेकिन संस्थान में काम करते हुए एक वैज्ञानिक के तौर पर हमारी पहली जिम्मेदारी इस तरह के शोध करना है जिससे किसानों और पशुपालकों को सीधे लाभ मिले।
बरेली, वैज्ञानिक विभिन्न शोधपत्र तैयार करते हैं,ये अच्छी बात है।नित नए प्रयास करने चाहिए।लेकिन संस्थान में काम करते हुए एक वैज्ञानिक के तौर पर हमारी पहली जिम्मेदारी इस तरह के शोध करना है जिससे किसानों और पशुपालकों को सीधे लाभ मिले। केंद्रीय पशुपालन, मत्स्य पालन व डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह ने शनिवार को जिले में दौरे के दूसरे दिन भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ) में यह बात वैज्ञानिकों से कही।
उन्होंने वैज्ञानिकों से वर्तमान परिवेश के मुताबिक जरूरी शोधों पर बात की। इसके साथ ही संस्थान के अलग-अलग विभागों में पशुधन उत्पादन पर हो रहे कामकाज को भी देखा। उन्होंने संस्थान में विभिन्न गाय और भैसों की प्रजाति की जानकारी ली और इसमें सुधार के जरूरी दिशा-निर्देश दिए।इसके साथ ही उन्होंने आइवीआर संस्थान में चंदन का पौधा लगाकर पौधरोपण भी किया।
कैडरेड में देखा वायरस की जांच का तरीका
केंद्रीय पशुपालन, मत्स्य पालन व डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह आइवीआरआइ में बने पशु रोग अनुसंधान एवं निदान केंद्र (कैडरेड) भी पहुंचे। यहां उन्होंने विभिन्न वायरस जैसे कोरोना, बर्ड फ्लू आदि की जांच का तरीका बताया। वैज्ञानिकों से पूछा कि क्या किसी घरेलू पशु में भी कोविड हुआ है, इस पर वैज्ञानिकों ने जानकारी दी कि केवल जंगली जानवरों में ही कोरोना के केस अभी तक पाए गए हैं।