सेवादल का पुनर्गठन करेगी जिला कांग्रेस, कभी सेवादल का रहता था दबदबा

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RGA न्यूज़

वरिष्ठ कांग्रेसी शंकरदत्त मिश्र बताते हैं कि कभी सेवादल कांग्रेस में पहुंचने की सीढ़ी हुआ करता था। युवक व अन्य कार्यकर्ता सेवादल का चयन सेवा के लिए करते थे लेकिन आज का युवा सेवादल में आता इसलिए है ताकि उसे पद मिल जाए।

कानपुर, कांग्रेस के फ्रंटल संगठनों में एक सेवादल अभी तक जमीन पर दिखाई नहीं देता है। फ्रंटल संगठनों में महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, अल्पसंख्यक ही ज्यादातर जमीनी आंदोलनों में सक्रिय रहते हैं। इसे देखते हुए अब सेवादल को भी मजबूत कर जमीन पर उतारने की तैयारी कांग्रेस जिलाध्यक्ष उत्तर ने की है। सभी वार्ड में जिलाध्यक्ष की तैनाती की तैयारी है। 

सेवादल कांग्रेस का पुराना और जमीनी संगठन है। माना जाता है कि सेवादल से ही कार्यकर्ता राजनीति का ककहरा सीखता था। यहां से शुरूआत कर युवा राजनीति सीखने के साथ जमीन पर काम करने, आंदोलन के तरीके, आम जनता के दर्द, उनकी जरुरत और देश में राजनीतिक मौसम के रूख को भांपना सीखते थे। वरिष्ठ कांग्रेसी शंकरदत्त मिश्र बताते हैं कि कभी सेवादल कांग्रेस में पहुंचने की सीढ़ी हुआ करता था। युवक व अन्य कार्यकर्ता सेवादल का चयन सेवा के लिए करते थे लेकिन आज का युवा सेवादल में आता इसलिए है ताकि उसे पद मिल जाए। राजनीतिक आंदोलनों और त्रासदी में सेवादल के कार्यकर्ताओं की मेहनत की हर कोई प्रशंसा करता था पर वर्तमान दौर में सेवादल के कार्यकर्ता कहीं नहीं दिखते। बता दें वर्तमान सेवा दल के उसी पुराने स्वरूप को एक बार फिर से पुनर्गठित करने की तैयारी है। इसके लिए सेवादल के वार्डवार अध्यक्ष और कार्यकारिणी का चयन किया जा रहा है। उत्तर जिलाध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी बताते हैं कि जल्द ही सेवादल के स्वरूप को ऐसा बना दिया जाएगा के कहीं भी कांग्रेस की मौजूदगी से पहले सेवादल दिखायी देगा। इसे लेकर तिलक हाल में कई दौर की बैठकें की जा रही हैं।

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