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RGA न्यूज़
मालती रावत से पार्टी से निष्कासित होने के बाद अपना पक्ष रखा।
सपा से प्रत्याशिता मुक्त होने के बाद खुद को चुनाव से बाहर करने वाली जिला पंचायत अध्यक्ष की उम्मीदवार मालती रावत ने शनिवार को मतदान के बाद कहा कि मैंने पार्टी नहीं छोड़ी मुझे हटाया गया है। मेरे पति बरेली में आयकर विभाग में असिस्टेंट कमिश्नर हैं
उन्नाव, नाम वापसी के दिन सपा से जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी मालती रावत को भाजपा प्रदेश कार्यालय में रहना महंगा पड़ गया था। प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर सपा जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र यादव ने उन्हें सभी दायित्वों और प्रत्याशिता से मुक्त कर दिया गया था। उनको पार्टी से निष्कासित करने के बाद समाजवादी पार्टी ने जिला पंचायत चुनाव का भी बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। खास बात यह थी 51 सीटों वाली जिला पंचायत में सबसे अधिक सपा समर्थित 18 जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुए हैं। हालांकि इस पूरे प्रकरण के बाद मालती यादव ने बीजेपी दफ्तर जाने की वजह को भी स्पष्ट किया।
क्या बोलीं मालती यादव: सपा से प्रत्याशिता मुक्त होने के बाद खुद को चुनाव से बाहर करने वाली जिला पंचायत अध्यक्ष की उम्मीदवार मालती रावत ने शनिवार को मतदान के बाद कहा कि मैंने पार्टी नहीं छोड़ी, मुझे हटाया गया है। मेरे पति बरेली में आयकर विभाग में असिस्टेंट कमिश्नर हैं, उनकी नौकरी पर दबाव बनाया गया था। इसी से मजबूर होकर मुझे भाजपा प्रदेश कार्यालय जाना पड़ा। उन्होंने कहा कि मुझे भाजपा से आफर मिला था पर उसे मैंने ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी पार्टी (सपा) के ऊपर कोई दाग नहीं लगाया। भाजपा से मुझे कहा गया था कि तुम्हें निर्विरोध अध्यक्ष बना दिया जाएगा। मेरे पति की नौकरी फंस गई थी। उनकी नौकरी से बढ़कर मेरे लिए कुछ नहीं है।