चंडीगढ़ में स्कूल फीस में छूट के लिए अभिभावकों ने सेंट मेरी स्कूल सेक्टर-46 को दिया मांग पत्र

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RGAन्यूज़

स्कूल फीस में छूट के लिए अभिभावकों ने स्कूल को दिया मांग पत्र।

चंडीगढ़ में सेंट मेरी स्कूल में अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन और डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन रूबिंदरजीत सिंह बराड़ को वार्षिक फीस व दूसरी फीस में छूट देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स की पढ़ाई घरों में आनलाइन चल रही है जिसके लिए अलग से खर्च करना पड़ा 

चंडीगढ़। कोरोना महामारी के चलते लोगों की नौकरी खो चुकी है और जिसके चलते लोगों की आर्थिक हालत बेहद खराब हो चुकी है। ऐसे में स्कूल प्रबंधन को स्टूडेंट्स की फीस पर ध्यान देना चाहिए। स्टूडेंट्स की पढ़ाई घरों में आनलाइन चल रही है जिसके लिए अध्यापकों को अलग से खर्च करना पड़ा है। ऐसे में प्राइवेट स्कूलों को वार्षिक फीस या फिर दूसरी फीस में छूट देने की जरूरत है। इसी प्रकार का मांग पत्र मंगलवार को सेंट मेरी स्कूल सेक्टर-46 में अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन और डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन रूबिंदरजीत सिंह बराड़ को दिया। अभिभावकों का कहना है कि स्टूडेंट्स को घर में हम लैपटॉप से लेकर इंटरनेट तक की अतिरिक्त सुविधा दे रहे है ताकि टीचर्स को पढ़ाई कराने में किसी प्रकार की परेशानी न हो। वहीं स्कूल प्रबंधन कभी इंटरनेट चार्ज तो कभी मेंटेनस चार्ज के रूप में फीस की मांग कर रहे है और न देने पर स्टूडेंट्स का नाम क्लास से हटा रहे है जिससे स्टूडेंट्स की मानसिक परेशानी बढ़ रही है।

ट्यूशन फीस ले स्कूल छोड़े अन्य चार्ज

मांग पत्र सौंपने वाले अभिभावक भूपिंदर ने बताया कि प्रशासक के सलाहकार ने वर्ष 2020 में सभी स्कूलों काे निर्देश जारी किए थे कि वह सिर्फ ट्यूशन फीस ही लें अन्य चार्ज को माफ कर दे। उस समय स्कूलों ने उस नियम को माना भी था लेकिन इस बार न तो प्रशासन का कोई अधिकारी स्कूलों को यह निर्देश देने के लिए तैयार है और न ही स्कूल किसी प्रकार की फीस को छोड़ने के रूख में दिख रहे है। स्कूलों को स्टूडेंट्स हित में फीस को माफ कर देना चाहिए ताकि वह बेहतर पढ़ाई कर सके और खुद के सपनों को पूरा कर सके। स्कूल की तरफ से ट्यूशन फीस के साथ स्कूल मेंटनेस और इंटरनेट फीस सहित मेडिकल की भी फीस ली जा रही है जबकि स्टूडेंट्स स्कूल की किसी भी सुविधा का काेई इस्तेमाल नहीं कर रहे। टीचर्स भी घरों से ही आनलाइन क्लासें लगा रहे है ऐसे में मोटी फीस के नाम पर स्कूल प्रशासन सिर्फ हमें लूट रहा है जो कि पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन को चाहिए कि वह इस मामले पर ध्यान दें ताकि स्टूडेंट्स की पढ़ाई में किसी प्रकार की परेशानी न आए।

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