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ARGA न्यूज हरिद्वार
दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की अस्थियां लेकर उनका परिवार रविवार सुबह करीब 10 बजकर 20 मिनट पर देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचा। उनके साथ गृहमंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
रविवार की सुबह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहरी वाजपेयी की अस्थियों को दिल्ली के स्मृति स्थल से तीन कलश में भरा गया। इसके बाद परिजन अस्थि कलश को लेकर हरिद्वार के लिए निकले। अस्थि कलश लेकर आए विशेष विमान में 7 लोग सवार थे। अटल जी के दामाद रंजन भट्टाचार्य के हाथों में अस्थि कलश था। उनके साथ उनकी पत्नी नमिता भट्टाचार्य, बेटी निहारिका समेत परिवार की दो अन्य महिलाएं भी थीं। जॉलीग्रांट से दो अलग-अलग हेलीकॉप्टर से परिजन और भाजपा नेता हरिद्वार के लिए रवाना हुए।
यात्रा में शामिल होने के लिए हरिद्वार में लोगों की भारी भीड़ जुटी। जिसके मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई थी। 11 बजकर 20 मिनट पर अटलजी का परिवार हेलीकॉप्टर से अस्थि कलश लेकर हरिद्वार पहुंचा। दूसरे हेलीकॉप्टर में गृहमंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी हरिद्वार पहुंचे।
11 बजकर 35 मिनट पर भल्ला कॉलेज से सेना के ट्रक पर कलश यात्रा शुरू हुई। अस्थि कलश रथ पर अटलजी के परिजन, अमित शाह, राजनाथ सिंह, योगी आदित्यनाथ सहित त्रिवेंद्र सिंह रावत मौजूद रहे। उत्तराखंड के राज्यपाल केके पॉल और उत्तराखंड सरकार के कई मंत्री भी कलश यात्रा में शामिल हुए। यात्रा में हजारों लोगों की भीड़ जुटी। इस दौरान ' वंदे मातरम्, भारत माता की जय और अटलजी आप अमर रहें' के नारे लगाए गए। करीब तीन किमी. का सफर तय कर कलश यात्रा दोपहर 1 बजे हरकी पैड़ी पहुंची।
अमित शाह और राजनाथ सिंह ने हरकी पैड़ी पर अस्थि कलश पर पुष्प अर्पित किए। इसके बाद ब्रहकुंड में बने चबूतरे पर अटलजी का अस्थि कलश स्थापित किया गया। मंत्रोच्चारण के साथ अंतिम क्रियाएं शुरू की गईं। जिसके बाद 'ओम' के उच्चारण के साथ अटल बिहारी वाजपेयी जी दत्तक पुत्री नमिता भट्टाचार्य द्वारा अस्थियां गंगा में प्रवाहित की गईं। अस्थि विसर्जन के बाद अटलजी के परिजन, अमित शाह, राजनाथ सिंह, योगी आदित्यनाथ, त्रिवेंद्र सिंह रावत और उत्तराखंड के मंत्री रवाना हो गए।