जो पायलट इंदौर-दुबई की पहली उड़ान लेकर गया, उसे वैक्सीन के लिए दो सेंटर भटकाया

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RGA न्यूज़

टीका नहीं लगाया फिर भी आ गया मैसेज, झोनल अधिकारी को शिकायत के बाद लगाया गया वैक

इंदौर, दो साल पहले शुरू हुई इंदौर से दुबई की सीधी उड़ान को लेकर गए पायलेट सुनीश भार्गव और उनके परिवार को स्वास्थ्य विभाग की गलती के कारण परेशान होना पड़ा। दो सेंटरों पर भटकने के बाद उन्हें वैक्सीन लगाई गई। दरअसल यह सब गलती इस कारण हुई कि भार्गव को बिना टीका लगाए ही मैसेज प्राप्त हो गया, कि उन्हें टीका लग गया है।

जानकारी के अनुसार भार्गव ने स्वंय एवं स्वजन का टीका नगर निगम के झोन नंबर 11 पर बुक किया था। उन्होंने बताया कि रास्ते में नेहरू स्टेडियम में आने पर मैं वहां रूक गया। वहां पर नंबर अाया तो पता चला कि मुझे झोन 11 पर वैक्सीन लग गई है, इसलिए वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। कुछ देर में मैसेज भी आ गया। इसके बाद मैं, झोन 11 पर गया तो कहा गया कि वैक्सीन खत्म हो गया है। आप बुधवार को आइए। यहां पर जब मैंने झोनल अधिकारी से चर्चा की और उन्हें बताया कि बिना टीका लगाए मुझे मैसेज आ गया है और टीका लगा होना बताया जा रहा है। ऐसी गलती कैसे हो गई है। इसके बाद उन्होंने दंपति को वापस नेहरू स्टेडियम भेजा, जहां पर हमें टीका लगाया गया।

ओल्ड जीडीसी की 60 फीसद छात्राओं ने लगाए टीके, वैक्सीन को लेकर कर रहे जागरूक

माता जीजाबाई कन्या महाविद्यालय (ओल्ड जीडीसी) में कोरोना की तीसरी लहर से बचाव को लेकर छात्राओं को टीकाकरण का महत्व समझाया जा रहा है। बीस दिन में 60 फीसद छात्राओं को टीके लगाए जा चुके है। अधिकारियों के मुताबिक उच्च शिक्षा विभाग के युवा शक्ति कोरोना मुक्ति अभियान के तहत जिलेभर के सरकारी कालेज की टीचर्स को टीकाकरण के बारे में बताया जा रहा है। इसकी मदद से वे कालेज के छात्र-छात्राओं को वैक्सीन को लेकर जागरूक कर सकें। यहां तक कालेज के स्टाफ और विद्यार्थियों के 50-50 लोगों का समूह बनाना है, जो अपने-अपने इलाकों में टीकाकरण से जुड़ी जानकारी देना का काम करने में लगे है।

कालेज की प्राचार्या डा. सुमित्रा वास्कले और प्रशासनिक अधिकारी डा. एमडी सोमानी का कहना है कि कालेज में 9 हजार छात्राएं है, जिसमें 5265 छात्राओं को वैक्सीन की एक-एक डोज लग चुकी है। विभाग ने 18 जून से 18 जुलाई के बीच अभियान चलाया है। नोडल अधिकारी डा. बेला सचदेवा और प्रो. भारती दुलैत को बनाया है, जो कालेज में दो-दो शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।

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