कोरोना की तीसरी लहर से जंग की तैयारी, बच्चों के इलाज की ट्रेनिंग लेने डॉक्टरों का ग्रुप पहुंचा रोहतक

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RGA न्यूज़

रोहतक मेडिकल में बाल राेग विशेषज्ञ हिसार के डॉक्टरों के दल को ट्रेनिंग देंगे।

ग्रुप में सिविल अस्पताल के चार डॉक्टर। छह और सात जुलाई को ट्रेनिंग के बाद सिविल अस्पताल लौटेंगे। सिविल अस्पताल में डॉक्टरों और स्टाफ को ट्रेनिंग देंगे। इनके कहे अनुसार ही सिविल और निजी अस्पताल में बच्चों का इलाज किया जाेगा।

हिसार। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की ट्रेनिंग लेने के लिए सिविल अस्पताल के डॉक्टरों का ग्रुप रोहतक मेडिकल रवाना हो गया। चार डॉक्टरों के ग्रुप में सिविल अस्पताल से पीडियाट्रिशियन डा. मंजू, डा. भूमिका और इमरजेंसी से डाक्टर वीना और एनेस्थीसिया विशेषज्ञ शामिल हैं।

इन डॉक्टरों को रोहतक पीजीआइ में बाल राेग विशेषज्ञ तीसरी लहर में बच्चों के उपचार से संबंधित जानकारिया देंगे। यह डॉक्टर वहां छह और सात जुलाई को ट्रेनिंग के बाद सिविल अस्पताल लौटेंगे। इसके बाद सिविल अस्पताल में डॉक्टरों और स्टाफ को ट्रेनिंग देंगे। ट्रेनिंग में जो बातें सीखेंगे, उन्हें यहां आकर इंप्लीमेंट करेंगे। इन डॉक्टरों के कहे अनुसार ही सिविल अस्पताल और निजी अस्पतालों में डॉक्टरों बच्चों का उपचार करेंगे। साथ ही सभी अस्पतालों में बच्चों के आइसोलेशन वार्ड भी ट्रेनिंग लेने वाले चिकित्सकों के बताए अनुसार ही तैयार होंगे।

इन विषयों पर दी जाएगी ट्रेनिंग

ट्रेनिंग में बच्चों के उपचार के साथ-साथ यह चिकित्सक बच्चों के उपचार के लिए जरूरी सुविधाएं, इंफ्रास्ट्रक्चर, दवाएं, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन देने के यंत्र आदि सुविधाओं की भी जानकारी दी जाएगी। गौरतलब है कि देश के साथ-साथ हिसार में भी दूसरी लहर में काेरोना ने कहर बरपाया था, जिसके चलते जिले में कोरोना से बहुत से लोगों ने दम तोड़ा है। जब तक जिले में कोरोना से कुल 1120 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 700 से अधिक मौते दूसरी लहर में हुई है।

दूसरी लहर पड़ी थी भारी

दूसरी लहर के दौरान हिसार में स्वास्थ्य सुविधाओं में भी भारी कमियां सामने आई थी। उस दौरान मरीजों को बेड भी नसीब नहीं हुए थे। इसके चलते कई मरीजों ने दम तोड़ा था। बेड की कमी के साथ-साथ ऑक्सीजन, वेंटिलेटर की भी कमी पड़ गई थी। हालांकि उस मुश्किल समय से अब जिला उबर चुका है। लेकिन, तीसरी लहर में कोरोना केस बढ़ने की संभावनाओं को देखते हुए जरूरी सुविधाओं के इंतजाम में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग जुटा हुआ है। ताकि, समय रहते सुविधाओं की पूर्ति कर ली जाए।

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