![Praveen Upadhayay's picture Praveen Upadhayay's picture](https://bareilly.rganews.com/sites/bareilly.rganews.com/files/styles/thumbnail/public/pictures/picture-4-1546617863.jpg?itok=SmNXTJXo)
![](https://bareilly.rganews.com/sites/bareilly.rganews.com/files/news/06_07_2021-schools_news_21803992.jpg)
RGAन्यूज़
स्टूडेंट्स की खूबियों को तराशने पर शिक्षकों का फोकस होगा।
सीबीएसई स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों में भी टैलेंट हंट होंगे ताकि सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को खूबियों व उनके हुनर को निखारा जा सके। जिससे इन स्कूलों के विद्यार्थी प्राईवेट स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के मुकाबले में कम न रह
जालंधर। अब सीबीएसई स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों में भी टैलेंट हंट होंगे, ताकि सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को खूबियों व उनके हुनर को निखारा जा सके। जिससे इन स्कूलों के विद्यार्थी प्राईवेट स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के मुकाबले में कम न रहें। इसके लिए शिक्षा विभाग की तरफ से यूं तो पहले से ही प्रतिभा खोज मुकाबले करवाए जाते हैं, मगर अब उनकी खूबियों को तराशने पर शिक्षकों का फोकस होगा।
यही नहीं शिक्षा विभाग ने भी इसी संदर्भ में खासकर शताब्दी समारोह का आयोजन भी सभी स्कूलों में एक साथ मनाया जा रहा है, जिससे पहले स्कूल स्तर, ब्लाक व जिला स्तर और फिर अंत में स्टेट स्तर पर मुकाबले करवाए जा रहे हैं, ताकि विद्यार्थियों में अपनी प्रतिभा व हुनर को बेहतर बनाने के साथ-साथ उनमें कंपीटिशन की भावना भी बढ़े। इसके तहत स्कूलों में सोलो व ग्रुप सिंगिंग, सोलो डांस व ग्रुप डांस, लघु नाटिका, पेंटिंग, प्रोजेक्ट मेकिंग, म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट, गीत, लेख, काव्या रचना, डिबेट, कविता लेखन, भाषण आदि के मुकाबले चयनित किए गए हैं। इन सब के जरिये विद्यार्थियों की प्रतिभा को बेहतर बनाने के लिए ही शिक्षा विभाग की तरफ से यह कदम उठाए जा रहे हैं।
सी कड़ी के तहत ही हाल ही में शिक्षा विभाग की तरफ से प्राइमरी स्कूलों से सेकेंडरी स्कूलों में नेत्रहीन दिव्यांग शिक्षकों को सेकेंडरी स्कूलों में शिफ्ट किया जा रहा है, मगर उनका डायरेक्टोरेट व जिला शिक्षा अधिकारी एलिमेंटरी के तहत ही कार्यकाल गिना जाएगी और यहीं से उनकी सीनियोरिटी सूची बनेगी।