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पकड़े गए आरोपितों के बारे में जानकारी देते पुलिस अधिकारी।
पंजाब की खन्ना पुलिस ने केएलएफ के लिए काम करने वाले चार टारगेट किलर को पकड़ने में सफलता हासिल की है। आरोपितों से हथियार भी बरामद हुए हैं। पकड़े गए आरोपितों में दो पंजाब एक यूपी व एक हरियाणा का रहने वाला
खन्ना पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने एक टारगेट किलिंग गिरोह के चार सदस्यों को काबू किया है। उनके कब्जे से हथियार भी बरामद हुए हैं। गिरोह का सरगना जसप्रीत सिंह 28 अप्रैल को दो अन्य साथियों के साथ पटियाला जेल से भागा था। वह जर्मनी में केएलएफ संगठन के हैंडलर के संपर्क में था और वहां से उसे पेमेंट भी मिली थी।
एसएसपी खन्ना गुरशरनदीप सिंह ग्रेवाल ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में इसका खुलासा किया। उन्होंने बताया कि रविवार को यह सफलता पुलिस को मिली। एक सूचना के आधार पर एसएचओ सिटी 2 आकाश दत्त ने प्रिस्टाइन माल के पास हाइवे पर नाकाबंदी की हुई थी। इस दौरान एक इटिओस कार को रुकने का इशारा किया गया। कार में तीन लोग सवार थे। उन्होंने एक फायर कर भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने दो आरोपितों को काबू कर लिया, जबकि एक फरार होने में सफल रहा।
पकड़े गए आरोपितों की पहचान जसविंदर सिंह निवासी फतेहपुर बुंगा, थाना कीरतपुर साहिब जिला रोपड़ और गौरव जैन निवासी मकान नं. 247, वार्ड 8, थाना कुलियावाला जिला सिरसा हरियाणा के रूप में हुई। पूछताछ में फरार आरोपित की पहचान गिरोह के सरगना जसप्रीत सिंह उर्फ नूपी निवासी डाडी, कीरतपुर साहिब जिला रोपड़ के रूप में हुई। पुलिस ने जसप्रीत सिंह को उसके एक अन्य साथी प्रशांत सिलेलान निवासी वार्ड 68, वाल्मीकि बस्ती, सूरजकुंड, रानीबाग, मेरठ के साथ खन्ना के गांव माजरी के सुआ पूली से काबू कर लिया। आरोपितों के कब्जे से दो 32 बोर के पिस्तौल 4 मैगजीन, 3 कारतूस, एक कारतूस का खोल और 1 देसी कट्टा बरामद हुआ।
पटियाला जेल से भागा था जसप्रीत
पुछताछ में सरगना जसप्रीत ने पुलिस को बताया कार पर लगा नंबर जाली है और ये कार उसने अपने साथियों से मिलकर जीरकपुर में एयरपोर्ट रोड पर 25 जून को हथियारों के बल पर छीनी थी। कार छीनकर उसने खरड़ के एक पेट्रोल पंप पर 50 हजार रुपये भी लूटे। इससे पहले वह 2 जून 2017 को हुई एक हत्या के मामले में पटियाला जेल में बंद था। वहां से वह अपने दो साथियों शेर सिंह निवासी लोपोके जिला अमृतसर और इंद्रजीत सिंह निवासी कपूरथला के साथ फरार हो गया।
जर्मनी में बैठे केएलएफ के हैंडलर से संपर्क में था
एसएसपी ग्रेवाल के अनुसार आगे की पूछताछ में जसप्रीत सिंह ने खुलासा किया कि इस दौरान वह केएलएफ के जर्मनी में बैठे एक हैंडलर के संपर्क में आया। हैंडलर ने जसप्रीत को टारगेट किलिंग के लिए तैयार किया। उसके कहने पर जसप्रीत ने पंजाब के कई महत्वपूर्ण लोगों की रेकी भी की। हैंडलर ने ही उत्तराखंड के रुद्रपुर से जसप्रीत को हथियार लेकर दिए। पेटीएम और वेस्टर्न यूनियन के मार्फ़त कुछ पेमेंट भी जसप्रीत को भेजी गई। लेकिन, किसी बड़ी वारदात से पहले ही जसप्रीत साथियो समेत पुलिस के हत्थे चढ़ गया।