खतरे में बरेली, बस और ट्र्रेन में नहीं हो रही यात्रियों की निगरानी

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RGA न्यूज़

खतरे में बरेली, बस और रेल में नहीं हो रही यात्रियों की निगरानी

लखनऊ जंक्शन पर महाराष्ट्र से आई ट्रेन के यात्रियों की जांच में पांच यात्रियों के कोविड पाजिटिव मिलने के बाद भी बरेली जंक्शन पर यात्रियों की जांच में सक्रियता नहीं दिखाई जा रही है।

बरेली, लखनऊ जंक्शन पर महाराष्ट्र से आई ट्रेन के यात्रियों की जांच में पांच यात्रियों के कोविड पाजिटिव मिलने के बाद भी बरेली जंक्शन पर यात्रियों की जांच में सक्रियता नहीं दिखाई जा रही है। जबकि देश के 12 राज्यों में डेल्टा प्लस के संक्रमित मरीज मिल चुके हैं। जबकि प्रदेश में इसका मरीज नहीं मिला है।

जिन राज्यों में डेल्टा प्लस वेरिएंट के मरीज मिले हैं वहां से आने वाले यात्रियों की आरटीपीसीआर जांच करनी है। जो संक्रमित होंगे उनकी जीनोम सिक्वेसिंग की जाएगी। बरेली में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही एक बार फिर से भारी पड़ सकती है। जंक्शन के मुख्य प्रवेश द्वार पर पहले आने वाले सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग के साथ ही जांच की जा रही थी। वर्तमान में यहां आने वाले किसी भी यात्री की जांच व स्क्रीनिंग नहीं की जा रही है।

पहली लहर में प्रवासी बने थे मुसीबत

कोरोना की पहली लहर में प्रवासी ही बरेली के लिए मुसीबत बने थे। जब तक दूसरे राज्यों से लोग नहीं आ रहे थे तब तक मरीजों की संख्या कम थी, लेकिन जैसे ही मुंबई और दिल्ली से लोग आने लगे बरेली में संक्रमितों की संख्या बढ़ गई। डेल्टा प्लस पर स्वास्थ्य विभाग का रवैया शिथिल रहा तो खतरा बढ़ सकता है।

बिना आरक्षण सीट नहीं, बावजूद भरकर आ रही ट्रेनें

रेलवे स्पेशल टेनों का संचालन कर रहा है। किसी भी ट्रेन में बिना आरक्षण सफर की अनुमति नहीं है। केवल कंफर्म टिकट पर ही रेलवे सफर करने की अनुमति दे रहा है। बावजूद इसके ट्रेनें भरकर आ रही है। स्लीपर कोचों में यात्री जमीन पर बैठकर सफर कर रहे हैं

अवध असम में सबसे ज्यादा भीड़

लालगढ़ से डिब्रूगढ़ जाने वाली 05910 अवध असम एक्सप्रेस में सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिल रही है। यहां टू-एस से लेकर स्लीपर कोच में पैर रखने तक की जगह नहीं हो रही है

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