भारी पड़ा आर्मी अफसर से पंगा लेना, एडीएम व उसकी पत्नी पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार

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नोएडा - रिटायर्ड कर्नल वीएस चौहान संग मारपीट कर, कुर्सी की हनक में उन्हें ही जेल भिजवाने वाले मुजफ्फरनगर के एडीएम हरीश चंद्र के गनर व नौकर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मामले में एडीएम, उनकी पत्नी व अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। वहीं कर्नल के समर्थन में उतरे रिटायर्ड सैन्य अधिकारियों ने रविवार को बैठक कर तत्कालीन सीओ व एसएचओ को निलंबित करने की मांग की। मामले के तूल पकड़ने पर एसएसपी ने कुछ दिन पहले ही दोनों अधिकारियों का नोएडा से ग्रेटर नोएडा ट्रांसफर कर दिया है। हालांकि ग्रेटर नोएडा में भी दोनों अधिकारी चार्ज पर हैं।

सेक्टर-29 में कर्नल के पड़ोस में रहने वाले एडीएम हरीश चंद्र की पत्नी उषा चंद्र ने नोएडा के थाना सेक्टर-20 में कर्नल के खिलाफ छेड़छाड़, अगवा करने का प्रयास समेत एससीएसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद एडीएम ने अपनी कुर्सी की हनक दिखाते हुए थाना सेक्टर-20 पुलिस पर दबाव बना रिटायर्ड कर्नल को ही जेल भिजवा दिया था। पुलिस ने भी प्रशासनिक अधिकारी के कहने पर बिना किसी जांच पड़ताल के 14 अगस्त को रिटायर्ड कर्नल वीएस चौहान को जेल भेज दिया था।

रिटायर्ड कर्नल का आरोप है कि पुलिस ने मानवाधिकार नियमों के विपरीत उन्हें हथकड़ी लगाकर कोर्ट में पेश किया था। जैसे वह कोई खूंखार अपराधी हैं। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उनकी काफी बेइज्जती की। दोनों अधिकारियों ने उन्हें थाने में कुर्सी पर बैठाने की जगह फर्श पर बैठाया। उन्होंने अपनी बात रखनी चाही तो भी पुलिस अधिकारियों ने उन्हें बुरी तरह झिड़क दिया था। उनकी बात तक नहीं सुनी गई।

इससे नाराज होकर नोएडा में रह रहे रिटायर्ड सैन्य अधिकारियों ने पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। मामला तूल पकड़ने पर एसएसपी ने जांच कराई तो पता चला कि एडीएम की पत्नी उषा वर्मा के आरोप गलत हैं। इसके बाद एसएसपी के आदेश पर रिटायर्ड कर्नल की शिकायत पर थाना सेक्टर-20 में ही एडीएम हरीश चंद्र व उनकी पत्नी समेत सात लोगों के खिलाफ मारपीट व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।

मामले में पुलिस ने एडीएम के गनर मसूरी, गाजियाबाद निवासी राहुल नागर व नौकर जितेंद्र अवस्थी को गिरफ्तार कर लिया है। राहुल नागर पुलिस का सिपाही है, लिहाजा गौतमबुद्धनगर एसएसपी डॉ अजयपाल शर्मा ने उसके निलंबन के लिए गाजियाबाद के एसएसपी को संस्तुति भेजी है। एडीएम हरीश चंद्र मुजफ्फरनगर में तैनात हैं। रिटायर्ड कर्नल ने अपनी शिकायत में एडीएम हरीश चंद्र, उनकी पत्नी उषा चंद्र, बेटे अनुराग चंद्र सहित जितेंद्र अवस्थी, प्रशांत नागर, राहुल नागर व रोहित गुजराल को आरोपी बनाया गया है। पुलिस अब बाकी आरोपितों की तलाश कर रही है।

आज रिहा हो सकते हैं जेल में बंद कर्नल

रिटायर्ड कर्नल वीएस चौहान अभी लुक्सर जेल में बंद हैं। इस मामले की सुनवाई सोमवार को गौतमबुद्धनगर स्थित सीजेएम कोर्ट में होनी है। इसके लिए कर्नल के परिजनों ने कई वकीलों से मुलाकात की और कानूनी राय ली। सोमवार को कोर्ट में सुनवाई के दौरान रिटायर्ड कर्नल के परिजन भी वकील संग कोर्ट में मौजूद रहेंगे।

इंसाफ की लड़ाई के लिए यूएस से लौटा परिवार

रिटायर्ड कर्नल वीएस चौहान का पूरा परिवार यूएसए में रहता है। इस घटना की जानकारी मिलने पर दो दिन पहले उनकी पत्नी व बड़ी बेटी नोएडा आ गई थीं। रविवार सुबह उनकी छोटी बेटी भी नोएडा पहुंच गईं। रविवार सुबह ही वह अपनी मां के साथ पिता से मिलने लुक्सर जेल भी गईं थीं। वहीं बड़ी बेटी ने एसएसपी से मुलाकात कर पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की और अपने पिता का पक्ष रखा। एसएसपी ने उन्हें निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

निलंबित हो चुका है चौकी इंचार्ज

14 अगस्त को पुलिस कंट्रोल रूम को हुई कॉल के बाद प्राथमिक जांच करने पहुंचे सेक्टर 29 चौकी इंचार्ज रवि तोमर को शनिवार को एसएसपी डॉ अजय पाल शर्मा ने कर्तव्यपालन में लापरवाही, अनुशासनहीनता व पुलिस बल की छवि को धूमिल करने के आरोप में निलंबित कर दिया था। पुलिस ने कर्नल को जेल भेजने से पहले सीसीटीवी रिकॉर्डिंग तक नहीं देखी।

16 मेडल के साथ सेवानिवृत्त हुए हैं कर्नल

सेवानिवृत्त कर्नल का सेना में काफी सराहनीय योगदान रहा है। सियाचिन ग्लेशियर को कब्जा मुक्त कराने के ऑपरेशन में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। वह थल सेना अध्यक्ष के एडीसी भी रहे हैं। उन्हें वीरता और अन्य राष्ट्र सेवाओं के लिए 16 मेडल मिल चुके हैं। 1965 के युद्ध में भी उनकी भूमिका सराहनीय रही थी।

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