लखनऊ के सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर पिता-पुत्र ने लाखों ठगे, युवकों को हरियाणा में दिलवाते थे फर्जी ट्रेनिंग

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RGA न्यूज़

जालसाज पिता पुत्र ने एफसीआइ, सचिवालय और एलडीए में 20 बेरोजगारों को दिया था नौकरी का आश्वासन।

लखनऊ में जालसाज पिता पुत्र ने एफसीआइ सचिवालय और लखनऊ विकास प्राधिकरण में बेरोजगारों की नौकरी लगवाने के नाम पर आठ लोगों से 31.90 लाख रुपये ठग लिए। जालसाज पिता-पुत्र के खिलाफ विकासनगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

लखनऊ, एफसीआइ, सचिवालय और लखनऊ विकास प्राधिकरण में बेरोजगारों की नौकरी लगवाने के नाम पर जालसाज पिता-पुत्र ने आठ लोगों से 31.90 लाख रुपये ठग लिए। जालसाज पिता-पुत्र के खिलाफ विकासनगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

इंस्पेक्टर विकासनगर ने बताया कि अलीगंज सेक्टर एक निवासी कुलदीप कुमार गुप्ता प्राइवेट नौकरी करते हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 उनकी मुलाकात लखीमपुर खीरी निवासी अजीत वर्मा से हुई। अजीत ने शासन में अच्छी पहचान का हवाला देते हुए एफसीआइ, सचिवालय और एलडीए में नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया। बड़े भाई प्रदीप की नौकरी के लिए बात की। एफसीआइ में नौकरी के लिए 12 लाख रुपये की मांग की। रुपयों का बंदोबस्त करके अजीत और उसके बेटे अमन को रुपये दिए। इसके बाद दोनों ने भाई को ट्रेनिंग के लिए भेज दिया। अजीत ने और लोगों को नौकरी के लिए जुटाने की बात कही। अजीत का संपर्क सुनील, वैभव, सलमान, प्रदीप पांडेय समेत 20 लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर रुपये ऐंठे। 20 लोगों से जालसाज पिता-पुत्र ने कुल 31.90 लाख रुपये ऐंठ लिए। इसके बाद भी किसी की नौकरी नहीं लगवा सके। रुपयों की मांग की तो गाली-गलौज और धमकी देने लगे। इसके बाद थाने में तहरीर दी। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया।

हरियाणा में कराई छह माह की ट्रेनिंग: कुलदीप ने बताया कि भाई प्रदीप की हरियाणा में ट्रेनिंग के लिए अजीत ने फर्जी दस्तावेज बनवाए। इसके बाद उसे ट्रेनिंग के लिए हरियाणा भेज दिया। ट्रेनिंग से लौटने के कई माह बाद भी भाई को नौकरी नहीं मिली। वहीं अन्य लड़कों की भी नौकरी नहीं लगी। विरोध पर अजीत टाल मटोल करने लगा। रुपयों की मांग की तो अजीत और उनके बेटे ने धमकी दी थी।

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