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RGA न्यूज़
नीतीश कुमार, आरसीपी सिंह और उपेंद्र कुशवाहा।
नरेंद्र मोदी की मंत्रिपरिषद का विस्तार हो रहा है। मंत्री बनने वालों में बिहार से जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह का नाम भी है। ऐसे में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर उठ रहे सवालों को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि पार्टी में कोई वैकेंंसी नहीं है
पटना, एक व्यक्ति, एक पद के फार्मूले पर अमल हुआ तो जदयू को नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की जरूरत पड़ सकती है। मौजूदा अध्यक्ष आरसीपी सिंह केंद्र में मंत्री बन गए हैं। एक व्यक्ति, एक पद के फार्मूला पर ही उन्होंने राज्यसभा में जदयू संसदीय दल के नेता का पद छोड़ा था। हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपवाद के तौर पर दो पदों पर रहे। इस समय उपेंद्र कुशवाहा पार्टी संसदीय दल के अध्यक्ष हैं। अधिक संभावना यही जाहिर की जा रही है कि उन्हें ही नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाए। जदयू संविधान में पार्टी और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष को अलग-अलग पद नहीं माना गया है। उपेंद्र कुशवाहा से पहले पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ही संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष होते रहे हैं। हालांकि उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने इस चर्चा पर एक तरह से विराम देने की कोशिश की है। दिल्ली से बुधवार को पटना पहुंचे कुशवाहा ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह हैं। और इसमें कहीं कोई वैकेंसी नहीं है। इस दौरान उन्होंने चिराग पासवान के बयानों पर कहा कि वे क्या बोलते हैं, इसका कोई अर्थ नहीं।
कई नामों पर चल रही थी चर्चा
गौरतलब है कि बिहार से जदयू के कई लोगों को केंद्र में मंत्री बनाए जाने की चर्चा हो रही थी। शाम तक सबकुछ स्पष्ट हो गया। वर्तमान में आरसीपी सिंह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। सवाल यह हो रहा था कि क्या मंत्री बनने के बाद वे इस पद को छोड़ देंगे। इसी को लेकर कुशवाहा से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद कोई मंत्रिपरिषद का पद है कि कोई डिसीजन होना है। पार्टी के अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद सिंह हैं। इसमें कहीं कोई वैकेंसी ही नहीं है।
चिराग पासवान की बातों का कोई अर्थ नहीं
चिराग पासवान के इस बयान पर कि मंत्रिमंडल विस्तार के बाद जदयू में टूट होगी, उन्होंने कहा कि वे क्या बोलते हैं उसका कोई अर्थ है। उन्होंने कहा कि शाम में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद खुद देख लीजिएगा कि क्या होता है।