CBSE के इस फैसले से छात्रों पर बड़ी जिम्‍मेदारी, तैयारी के लिए बनानी होगी नई रणनीति

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RGA न्यूज़

सीबीएसई बोर्ड एग्‍जाम को लेकर छात्रों पर बड़ी जिम्‍मेदारी।

सीबीएसई (CBSE) की ओर से इस सत्र को दो टर्म एग्जाम में विभाजित करने के बाद छात्र-छात्रओं को दोनों परीक्षाओं की तैयारी के लिए अलग-अलग रणनीति बनानी होगी। पहला टर्म एग्जाम में पेपर एमसीक्यू यानी बहुविकल्पीय आधारित होगा।

 मेरठ। सीबीएसई (CBSE) की ओर से इस सत्र को दो टर्म एग्जाम में विभाजित करने के बाद छात्र-छात्रओं को दोनों परीक्षाओं की तैयारी के लिए अलग-अलग रणनीति बनानी होगी। पहला टर्म एग्जाम में पेपर एमसीक्यू यानी बहुविकल्पीय आधारित होगा। यह 90 मिनट की परीक्षा होगी। दूसरा टर्म एग्जाम दो घंटे का होगा, जिसमें विस्तृत और लघु उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे। छात्रों से सीधे जुड़े और पढ़ा रहे शिक्षक इस व्यवस्था को छात्र व अभिभावकों को समझाने में जुटे हैं।

परीक्षा रद होने की गुंजाइश हो गई खत्म

सीबीएसई के इस निर्णय से इस साल की तरह वर्ष 2022 की बोर्ड परीक्षा रद होने की गुंजाइश खत्म हो गई है। अब जब क्लास आनलाइन ही चलनी है तो कम सिलेबस और दो भागों में बांटने से छात्रों में बेहतर समझ विकसित होगी। पहले से इस व्यवस्था को बताने से छात्र व अभिभावक दोनों तैयार रहेंगे। परीक्षा व मूल्यांकन में भी बदलाव होगा।

मनीष शर्मा, सीनियर कोआर्डिनेटर, एमआइईटी पब्लिक स्कूल

आसान नहीं एमसीक्यू की तैयारी

वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के उत्तर इतने आसान नहीं होते जितने लगते हैं। इसके लिए छात्रों को थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों भागों में मजबूत करना होगा। यह कमजोर छात्रों के लिए कठिन होगा। दोनों टेस्ट पेपर का प्रारूप समान नहीं है। इसलिए दूसरे पेपर के तैयारी की रणनीति अलग बनानी होगी। दो विधाओं से परीक्षा की तैयारी छात्रों के लिए कठिन हो सकती है।

रज कुमार, कामर्स शिक्षक, अल्खोर इंटरनेशनल स्कूल, दोहा, कतर

जल्द मिले दोनों टर्म का सिलेबस

सीबीएसई को दोनों टर्म एग्जाम के लिए विभाजित सिलेबस जल्द देना चाहिए। छात्रों को पहले टर्म के लिए एमसीक्यू आधारित प्रश्नों का सटीक उत्तर देने के लिए बारीकी से तैयारी करनी होगी। कुछ शिक्षक अपनी सुविधा के अनुसार चैप्टर पढ़ाते हैं जो दूसरे टर्म में जा सकता है। उन्हें दोबारा पढ़ना होगा।

नितिन गांधी, पीजीटी एकाउंटेंसी, केएल इंटरनेशनल स्कूल

शुरू से तैयारी करेंगे छात्र

दो एग्जाम पालिसी होने से छात्र अधिक गंभीर होंगे और शुरू से ही तैयारी करेंगे। सिलेबस विभाजित होने से छात्रों पर दबाव कम होगा। इससे स्कूलों और अभिभावकों पर भी बच्चों की तैयारी और सिलेबस पूरा कराने को लेकर अनायास चिंता व दबाव कम होगा और वे अपनी तैयारी को बेहतर तरीके से कर सकेंगे।

वर्षा जोशी, शिक्षिका, जेपी एकेडमी

स्वयं पढ़ने की प्रेरणा मिली

नवीन पैटर्न में समय से सिलेबस आराम से पूरा कर सकेंगे। आंतरिक मूल्यांकन आनलाइन कक्षाओं में बच्चों की सहभागिता को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए। इस आपातकालीन स्थिति में बच्चों में स्वयं पढ़ने की प्रेरणा मिली है। इसलिए बच्चे परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।

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