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RGA न्यूज़
कोरोना की संभावित तीसरी लहर आने से पहले जिले को राहत की सांस मिल गई है। श्रीमंत माधवराज सिंधिया जिला अस्पताल में मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट अगले हफ्ते से शुरू हो जाएगा। ऑक्सीजन प्लांट के लिए सभी जरूरी उपकरण आ चुके हैं। शुक्रवार शाम को एक ट्रक में भरकर सूरत से ये उपकरण जिला अस्पताल पहुंच गए।
विदिशा संभावित तीसरी लहर आने से पहले जिले को राहत की सांस मिल गई है। श्रीमंत माधवराज सिंधिया जिला अस्पताल में मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट अगले हफ्ते से शुरू हो जाएगा। ऑक्सीजन प्लांट के लिए सभी जरूरी उपकरण आ चुके हैं। शुक्रवार शाम को एक ट्रक में भरकर सूरत से ये उपकरण जिला अस्पताल पहुंच गए। अब मशीनों का इंस्टालेशन होने के बाद जल्द ही ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो जाएगा।
कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन का संकट झेलने के बाद केंद्र सरकार ने जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का निर्णय लिया था। पीएम केयर्स फंड के जरिए सरकार ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानि डीआरडीओ को ये प्लांट लगाने की जिम्मेदारी सौंपी। पिछले कुछ माह से विदिशा जिले में इसकी तैयारी की जा रही थी। पहले एक प्लांट मेडिकल कॉलेज परिसर में बन रहा था लेकिन अब जिला अस्पताल में बन रहा है। डेढ़ माह पहले ही जिला अस्पताल परिसर में प्लांट लगाने शेड बनाने की शुरुआत हुई थी। प्लांट में उपकरणों को लगाने के लिए डीआरडीओ से एक इंजीनियर भी आया है। इसके शुरु होने के बाद जिला अस्पताल सहित मेडिकल कॉलेज में बने कोविड केयर सेंटर में आने वाले कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी। इधर शुक्रवार शाम को कलेक्टर डॉ पंकज जैन भी अस्पताल पहुंचे और प्लांट स्थल का जायजा लिया।
1000 लीटर/मिनिट ऑक्सीजन बनाने की क्षमता
जिला अस्पताल में प्रसूति वार्ड के पास बन रहे मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट में एक हजार लीटर प्रति मिनिट की क्षमता से आक्सीजन बन सकेगी। ये प्लांट ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की तरह काम करेगा यानि हवा खींचकर उसे कंम्प्रेस कर शुद्ध ऑक्सीजन बनाएगा जिसे पाइपलाइन के जरिए अस्पताल में भर्ती मरीजों के बेड तक पहुंचाई जाएगी। इससे रोजाना 150 से ज्याद मरीजों को आक्सीजन की पूर्ति हो सकेगी वहीं 190 सिलिंडर प्रतिदिन चार्ज हो सकेंगे। आरएमओ डॉ प्रमोद मिश्रा ने बताया कि सूरत से ट्रक में आए इन उपकरणों में जनरेशन प्लांट, स्टोरेज टेंक और एक कम्प्रेशर मशीन है। इन मशीनों को इंस्टाल करने सूरत से इंजीनियर भी जिला अस्पताल पहुंचे हैं जो प्लांट को शुरू करेंगे।
150 फीट लंबी ऑक्सीजन पाइप लाइन बिछाई
इधर ऑक्सीजन प्लांट के लिए नेशनल हाइवे ने शेड तैयार कर दिया है। प्लांट शुरू होने से पहले जिला अस्पताल प्रबंधन ने यहां प्लांट से अस्पताल तक ऑक्सीजन पाइप लाइन बिछा दी है। जिला अस्पताल के स्टोर प्रभारी सनमान अहिरवार ने बताया कि प्लांट से लेकर बेसमेंट स्थित अस्पताल के मेनीफोल्ड तक करीब 150 फीट लंबी ऑक्सीजन की पाइप लाइन बिछाई है। इसी लाइन के जरिए प्लांट से बनी ऑक्सीजन मेनीफोल्ड तक आएगी और यहां से अलग अलग लाइनों के जरिए वार्डों में पहुंच जाएगी। इसके अलावा बिजली सप्लाई की तैयारी चल रही
मेडिकल कॉलेज में भी बन रहा था प्लांट
इससे पहले मेडिकल कॉलेज परिसर में भी ऑक्सीजन प्लांट बन रहा था इसके लिए एमपीआरडीसी द्वारा शेड भी बनाया जा चुका था। इसे 15 मई तक शुरू होना था। इसकी क्षमता 600 लीटर प्रति मिनिट थी और इसे मप्र सरकार बनवा रही थी, लेकिन अस्पताल में केंद्र सरकार से प्लांट स्वीकृत होने के बाद इसका काम बंद हो गया। अधिकारी भी मेडिकल कॉलेज में प्लांट शुरू होने को लेकर कम ही संभावना बता रहे हैं। डीन डॉ सुनील नंदेश्वर का कहना है कि वर्तमान में जो प्लांट लग रहा है वह उससे भी बड़ा है जिससे पर्याप्त ऑक्सीजन मिलेगी।
इनका कहना है
दो से तीन दिन में शुरू होगा
ऑक्सीजन प्लांट की तैयारी हो गई है। सभी जरूरी उपकरण आ गए हैं, जिनका इंस्टालेशन किया जा रहा है। इस प्लांट में एक हजार लीटर प्रति मिनिट ऑक्सीजन जनरेट करने की क्षमता है। संभवता अगले दो से तीन दिन में ऑक्सीजन प्लांट शुरू करा दिया जाएगा।