बिना नया बनाए स्काउट भवन तोड़ रहा है मेट्रो, जानिए इसकी पूरी वजह

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RGA न्यूज़

वह भवन बनाया भी नहीं और पुराना भवन तोडऩा शुरू कर दिया

शहर में छात्र-छात्राओं में स्काउट की ट्रेनिंग देने के लिए बृजेंद्र स्वरूप पार्क में स्काउट भवन है। छात्र-छात्राएं यूं तो अपने विद्यालयों में स्काउट की ट्रेनिंग लेते हैं लेकिन जब कभी जिले स्तर पर कार्यक्रम रैली बैठकें होती हैं तो वे स्काउट भवन में ही होती हैं

कानपुर, बृजेंद्र स्वरूप पार्क में मेट्रो ने स्काउट भवन का एक हिस्सा ध्वस्त कर दिया है. इसकी वजह से भवन खतरनाक स्थिति में आ गया है. भवन की हालत को देखते हुए उसके मुख्य द्वार पर ताला डाल दिया गया है और पिछले दो माह से इस भवन में सभी गतिविधियां रोक दी गई हैं। यह स्थिति तब है जब मेट्रो ने स्काउट भवन तोडऩे से पहले वहीं कुछ पीछे दूसरे भवन को बनाकर देने का अनुबंध किया है, लेकिन अभी तक मेट्रो ने वह भवन बनाया भी नहीं और पुराना भवन तोडऩा शुरू कर दिया है।

शहर में छात्र-छात्राओं में स्काउट की ट्रेनिंग देने के लिए बृजेंद्र स्वरूप पार्क में स्काउट भवन है। छात्र-छात्राएं यूं तो अपने विद्यालयों में स्काउट की ट्रेनिंग लेते हैं, लेकिन जब कभी जिले स्तर पर कार्यक्रम, रैली, बैठकें होती हैं तो वे स्काउट भवन में ही होती हैं। मेट्रो ने जब मोतीझील स्टेशन के आगे अंडरग्राउंड रूट पर बढऩा शुरू किया तो बृजेंद्र स्वरूप पार्क में जाते समय शुरुआत में ही स्काउट भवन उसके रास्ते में आ रहा था। मेट्रो के रूट के नीचे स्काउट भवन नहीं हो सकता था, इसलिए मेट्रो ने स्काउट भवन का संचालन करने वालों से अनुबंध किया। इसमें कहा गया कि मेट्रो पहले स्काउट भवन के पीछे की तरफ भवन बनाकर देगा। इसके बाद पुराने भवन को ध्वस्त करेगा।

अब मेट्रो प्रबंधन ने अपना पिलर लगाने के लिए स्काउट भवन का एक हिस्सा तोड़ दिया है जिसकी वजह से भवन इस्तेमाल किया जाना बंद हो गया है। एक कमरे को पूरी तरह उसके छत के साथ तोड़ दिया गया है। यहां एक पिलर भी बनाया जा रहा है। इस संबंध में भारत स्काउट एवं गाइड के सचिव परमानंद शुक्ला ने बताया कि नया भवन बनाकर देने के बाद पुराना तोडऩे का अनुबंध किया गया है। उन्होंने बताया कि अगला हिस्सा पूरी तरह बंद कर दिया गया है। दो माह से भवन में गतिविधि भी बंद हैं। 

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