पाकुड़ में हिंसा, पुलिस पर फेंके बम, छह पुलिसकर्मियों समेत 16 घायल

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RGANEWS

झारखंड - महेशपुर थाना क्षेत्र डांगापाड़ा गांव में बुधवार को प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी की सूचना पर पहुंची पुलिस पर गांववालों ने दो बार हमला किया। इस दौरान बम फेंके गए और गोलियां चलाई गईं। जवाब में पुलिस ने करीब 100 राउंड फायरिंग की। पुलिस और ग्रामीणों के बीच दिनभर चले संघर्ष में थाना प्रभारी समेत छह पुलिसकर्मी और दस ग्रामीण घायल हो गए। इनमें दो ग्रामीणों को गोली लगी है। उनका कड़ी सुरक्षा के बीच उपचार किया जा रहा है। दो पुलिसकर्मियों को भी रेफर किया गया है।

पूरे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। तीन थानों की पुलिस के अलावा साहिबगंज की जैप-9 के जवानों को भी तैनात किया गया है। अधिकारी गांव में कैंप किए हुए हैं। उधर, डीआईजी भी फोर्स के साथ दुमका से रवाना हो गए हैं।

पुलिस को सुबह करीब 11 बजे सूचना मिली कि डांगापाड़ा गांव प्रतिबंधित जानवर काटे जा रहे हैं। इसके बाद पुलिस पार्टी छापेमारी करने रवाना हुई। गांव में जाकर देखा तो सूचना सही थी और कुछ प्रतिबंधित जानवर काटे जा रहे थे। पुलिस ने संबंधित लोगों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया। इतने में ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। ग्रामीणों ने लाठी-डंडे के अलावा ईट, पत्थर चलाना शुरू कर दिया। इस हमले में दो एएसआई सहित चार पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। पुलिस टीम किसी तरह जान बचाकर भागी। इसकी सूचना फौरन वरीय पदाधिकारियों को दी गई। इसके उपायुक्त दिलीप कुमार झा, एसएसपी शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल, महेशपुर के एसडीपीओ शशि प्रकाश, एसडीओ जितेंद्र कुमार देव बड़ी संख्या में फोर्स के साथ गांव पहुंचे, तब तक हमला करने वाले ग्रामीण गांव छोड़ कर भाग चुके थे।

उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही थी। इसी बीच शाम चार बजे ग्रामीण फिर इकट्ठा हो गए और पुलिस पर हमला कर दिया। दोनों तरफ से गोलियां चलने लगीं। ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव के साथ बम चलाए और फायरिंग की। जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलानी शुरू कर दीं। पुलिस ने करीब 100 राउंड गोलियां चलाईं और आंसू गैस के गोले छोड़े। करीब आधे घंटे तक चले संघर्ष में हिरणपुर थाना प्रभारी समेत दो पुलिसवाले और दस ग्रामीण घायल हो गए। इनमें दो ग्रामीणों को गोली लगी। गोली लगने से जख्मी ग्रामीणों का प्राथमिक उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से पाकुड़ सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। इसके बाद दोनों ग्रामीणों की मौत की अफवाह फैली। बाद में पता चला कि दोनों ग्रामीण घायल हैं और पुलिस की चौकसी में उनका उपचार चल रहा है।

हमले में घायल हुए पुलिसकर्मी : हमले में घायल पुलिस कर्मियों में हिरणपुर के थाना प्रभारी अवधेश कुमार सिंह, महेशपुर थाने के एएसआई लाल मोहन खड़िया, एएसआई नंद कुमार, हवलदार संजय कुमार, पीसीआर वैन चालक माया शंकर व एक अन्य पुलिस कर्मी शामिल हैं। इसमें से दोनों एएसआई क्रमश: लाल मोहन खड़िया, नंद कुमार की हालत गंभीर है। दोनों को बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया है। इसके अलावा महेशपुर ब्लाक कर्मी लालू रविदास व खोखन दास भी जख्मी हुए हैं।

जो ग्रामीण जख्मी हुए:  गोली लगने से अली हुसैन नामक ग्रामीण जख्मी हुआ है। उसके बाएं पैर में गोली लगी है। हुसैन महेशपुर थाना क्षेत्र के तेतुलिया गांव का रहने वाला है, जबकि एक अन्य ग्रामीण को पश्चिम बंगाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस व्यक्ति के नाम व पते की जानकारी नहीं हो पायी है। इसके अलावा महेशपुर हरिजनपाड़ा निवासी लालु रविदास व खोखन दास समेत कई जख्मी हुए हैं।

एक क्विंटल मांस बरामद : डांगापाड़ा गांव से पुलिस ने करीब एक क्विंटल प्रतिबंधित पशु का मांस बरामद किया है। कुछ पशु आधे-अधूरे काट कर छोड़े गए मिले। पुलिस ने सील कर जांच के लिए भेज दिया है।

स्थिति नियंत्रण में है: डीआईजी
पाकुड़ जिला के महेशपुर इलाके में हिंसा की सूचना मिलते ही संताल परगना के डीआईजी राज कुमार लकड़ा पाकुड़ रवाना हो गए। डीआईजी ने बताया कि उनकी पाकुड़ एसपी से बात हुई है। दुमका से अतिरिक्त पुलिस बल पाकुड़ भेजा गया है। कुर्बानी के त्योहार के दौरान यह घटना हुई। डीआईजी ने स्थिति नियंत्रण में होने दावा किया।

अभी कोई गिरफ्तार नहीं: एसएसपी
पुलिस कप्तान शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल ने बताया कि ग्रामीणों के हमले में छह पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं। पुलिस पर हमला करने वालों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की विशेष टीम छापेमारी कर रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक किसी की गिरफ्तारी संभव नहीं हो सकी है।  

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