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समग्र शिक्षा अभियान के तहत चंडीगढ़ शिक्षा विभाग को 106 करोड़ रुपये की राशि मिली है।
समग्र शिक्षा अभियान के तहत चंडीगढ़ शिक्षा विभाग को 106 करोड़ रुपये की राशि मिली है। यह बजट मिनिस्ट्री आफ ह्यूमन रिर्सोस डेवेलपमेंट (एमएचआरडी) ने दिया है। इस बार बजट में सबसे ज्यादा महत्व फाउंडेशनल लिटरेसर एंड न्यूमेसी (एफएलएन) पर दिया गया
चंडीगढ़। समग्र शिक्षा अभियान (एसएसए) के तहत चंडीगढ़ शिक्षा विभाग को मिनिस्ट्री आफ ह्यूमन रिर्सोस डेवेलपमेंट (एमएचआरडी) ने 106 करोड़ रुपये का अनुदान दिया है। वर्ष 2021-2022 के लिए मिनिस्ट्री आफ ह्यूमन रिर्सोस डेवेलपमेंट से मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन (एमएचआरडी) की तरफ से 96 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं, वहीं दस लाख का बजट वर्ष 2019-2020 का जोड़ा गया है, जिसे मिलाकर कुल राशि 106 करोड़ रुपये है
इस बजट का इस्तेमाल समग्र शिक्षा अभियान के तहत कार्यरत अध्यापकों के वेतन से लेकर स्कूलों में बेसिक डेवलपमेंट को अपग्रेड करते हुए स्टूडेंट्स को पढ़ाई के लिए करना है। इस बार के बजट में सबसे ज्यादा महत्व फाउंडेशनल लिटरेसर एंड न्यूमेसी (एफएलएन) पर दिया गया है। जिसमें स्टूडेंट्स की बौद्धिक क्षमता को बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। यह प्रोजेक्ट तीसरी से आठवीं कक्षा के लिए होगा।
क्या है एफएलएन
एमएचआरडी द्वारा जारी फंड में एफएलएन के तहत स्टूडेंट्स को पढ़ाए गए चैप्टर पर स्पष्टीकरण क्लास टीचर से लेकर प्रिंसिपल, हेडमास्टर और उसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी और डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन तक का रहेगा। क्लास टीचर स्टूडेंट्स को चैप्टन पूरा कराने के साथ उसकी रीडिंग और लर्निंग स्पीड को चेक करेगा। यदि कोई स्टूडेंट रीडिंग और लर्निंग में दूसरे स्टूडेंट्स से कमजोर है तो उस पर अतिरिक्त काम करने का प्रावधान रहेगा जिसके लिए टीचर सिर्फ प्रिंसिपल की अनुमति लेगा। स्टूडेंट्स को लर्निंग और रीडिंग के लिए प्रमोट किस प्रकार से करना है इसका तरीका स्टेट काउंसिल आफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एससीईआर) सेक्टर-32 द्वारा टीचर्स को सिखाया जाएगा। इस काम के लिए टीचर्स की अतिरिक्त वर्कशॉप आयोजित होगी ताकि स्टूडेंट्स को चैप्टर में सौ फीसद समझ हो।सा
का मिलेगा फायदा
एफएलएन प्रोजेक्ट न्यू एजुकेशन पालिसी के तहत एमएचआरडी ने पूरे देश में एक साथ शुरू किया है लेकिन चंडीगढ़ शिक्षा विभाग को 2022 में होने वाले पीसा एग्जाम से उसका फायदा मिला है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018-2019 में पीसा एग्जाम के लिए चंडीगढ़ के स्टूडेंट्स को चुना गया था। यह एग्जाम जून-जुलाई 2020 में होना था लेकिन कोरोना महामारी के चलते इसे वर्ष 2022 तक स्थगित किया गया है। पीसा के लिए स्टूडेंट्स को एफएलएन नियम के तहत पढ़ाई कराई जा रही है।
टीचर्स की पहले भी हुई वर्कशाप, भविष्य में भी रखेंगे जारी: सुरेंद्र दहिया
एससीईआरटी डायरेक्टर सुरेंद्र दहिया ने बताया कि टीचर्स को एफएलएन के लिए तैयार करने की जिम्मेदारी एससीईआरटी के पास है। इसके लिए करीब दो सालों से काम चल रहा है। एमएचआरडी ने यदि कुछ नए आयाम दिए है तो वह भी हम स्कूल टीचर्स को सिखाने के लिए तैयार है। एमएचआरडी से निर्देश मिलने के साथ ही हम काम शुरू कर देंगे।