मोहाली के खरड़ में मकान और जमीन खरीदने वाले सावधान, यहां एग्रीकल्चर लैंड पर बसा दी कॉलोनियां

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RGAन्यूज़

खरड़ में घर और जमीन के लिए दूसरे राज्यों के लोग आते हैं। ज्यादातर इनमें हिमाचल प्रदेश के लोग हैं जिन्होंने खरड़ में घर बनाने के लिए जमीन ले रखी है। ऐसे में यहां घर और जमीन खरीदने वालों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक सकत

मोहाली के खरड़ में अवैध कॉलोनियां बसा दी गई हैं। (फाइल फोटो)चडीगढ़ के नजदीक और मोहाली जिले के खरड़ में घर लेने की सोच रहे हैं या जमीन का बायना कर रखा है तो थोड़ा जांच परख जरूर करें। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि खरड़ में कई जगह कोरोना काल में पिछले डेढ़ साल में लैंड माफिया ने एग्रीकल्चर जमीन पर कॉलोनियां काट दी हैं। ऐसे में अब ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (गमाडा) ने इस मामले में 48 लोगों को पर मामला दर्ज करवाया है। बता दें कि खरड़ में घर और जमीन के लिए दूसरे राज्यों के लोग आते हैं। ज्यादातर इनमें हिमाचल प्रदेश के लोग हैं जिन्होंने खरड़ में घर बनाने के लिए जमीन ले रखी है। ऐसे में यहां घर और जमीन खरीदने वालों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक सकती है।

गमाडा अधिकारियों का कहना है कि जमीनों के सीएलयू तक नहीं हुए। अब इस मामले में गमाडा और लोगों पर एफआइआर करवाने की तैयारी कर रहा है। खरड़ सबडिवीजन के अधीन आते गांव झामपुर, बहलोलपुर, बड़ माजरा व आसपास के क्षेत्रों में ये कॉलोनियां काटी गई हैं। चंडीगढ़ के नजदीक होने के कारण लोगों ने भी यहां जमीन और घर खरीदने के लिए इन्वेस्टमेंट किया है। अब गमाडा की कार्रवाई के बाद लोग भी गमाडा कार्यालय पूछताछ के लिए पहुंचने लगे हैं। गमाडा के रेगुलेटरी विंग ने इस एरिया में नानक एन्क्लेव, साई एन्क्लेव, खुशी एन्क्लेव आदि में बड़ी कार्रवाई की है

गमाडा अधिकारियों का कहना है कि जिन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उन्होंने गमाडा से किसी प्रकार की कोई परमिशन नहीं ली थी। बल्कि यह लोग खेतों की जमीन पर मिट्टी डालकर सडक़ बनाते थे और सड़क के दोनों ओर बरसाती पानी की निकासी के लिए पाइप लाइन डालते थे और स्ट्रीट लाइट्स लगा देते हैं। इसके बाद जगह एक कॉलोनी की शेप में आ जाती है। इसके बाद वहां पर छोटे-छोटे प्लाट काटकर बेचे 

गमाडा के एडिश्नल चीफ एडमिनिट्रेटर (एसीए) राजेश धीमान ने कहा कि अवैध प्लाट काटने वालों पर लगातार कार्रवाई की जारी है। गमाडा के रेगुलेटरी विंग की ओर से पिछले करीब एक साल से अवैध कॉलोनियों के खिलाफ अभियान चलाया हुआ था और बहुत सी जगह पर अवैध निर्माण भी गिराए गए। अब उन्हें नोटिस देकर यह एफआइआर दर्ज की गई है ताकि इन लोगों को गिरफ्तार किया जा सके।

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