आगरा में जमीनों की सौदेबाजी में एडीए अफसरों के शामिल होने से नहीं इन्कार

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RGA न्यूज़

शास्त्रीपुरम आवासीय योजना में पांच बीघा जमीन को फर्जी दस्तावेज के आधार पर बेचा गया। एसडीएम सदर के आदेश पर शुरू हुई जांच कई कर्मचारियों पर भी है शक। जिलास्तरीय एंटी भू माफिया टास्क फोर्स की बैठक जल्द होगी।

सडीएम सदर के आदेश पर शुरू हुई जांच, कई कर्मचारियों पर भी है शक।

आगरा। सिक्कों की खनक ने एडीए अफसरों की आंखों में पर्दा डाल दिया। शास्त्रीपुरम आवासीय योजना में 15 सालों में एक के बाद एक प्लाट बिकते रहे। इसकी शिकायतें भी अफसरों और कर्मचारियों से की गईं लेकिन अपनी जमीन को बचाने के लिए ठोस कदम नहीं उठाया गया। इसी के चलते दिल्ली गेट निवासी सुशील कुमार गोयल ने धड़ल्ले से प्लाटों की बिक्री की। फर्जी दस्तावेज के आधार पर पांच बीघा जमीन का सौदा कर दिया। अब मामला खुलने के बाद संपत्ति प्रभारी से लेकर अन्य अफसरों और कर्मचारियों ने चुप्पी साध ली है। वहीं एसडीएम सदर लक्ष्मी एन. ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इसकी शिकायत एसके गोयल ने संपूर्ण समाधान दिवस में की थी। सबसे अधिक जमीन वर्ष 2000 से 2017 तक बिकी है।

सही से हो जाए जांच तो और भी निकलेगी जमीन 

शास्त्रीपुरम आवासीय योजना की जांच अगर सही तरीके से हो जाए तो और भी जमीनों की बिक्री का पर्दाफाश होगा। कई ऐसी जमीनें हैं जहां पांच साल से कोई अफसर और कर्मचारी निरीक्षण के लिए नहीं पहुंचे हैं।

जोंस मिल की जमीन की तरह है फर्जीवाड़ा

शिकायतकर्ता एसके गोयल का कहना है कि जीवनी मंडी रोड स्थित जोंस मिल की तरह ही शास्त्रीपुरम आवासीय योजना में फर्जीवाड़ा किया गया है। बेशकीमती सरकारी जमीन को बेचा गया।

जल्द होगी जिलास्तरीय एंटी भू माफिया टास्क फोर्स की बैठक 

डीएम प्रभु एन सिंह ने बताया कि जिलास्तरीय एंटी भू माफिया टास्क फोर्स की बैठक जल्द होगी। बैठक में नए भू माफिया घोषित किए जाएंगे। वर्तमान में जिले में 38 भू माफिया हैं।

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