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विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर है। भाजपा के दावेदार पूरे दमखम के साथ जुटे हुए हैं। टिकट के लिए उन्होंने अभी से पूरी ताकत झोंक दी है। इसलिए कई ऐसे दावेदार हैं जो इंटरनेट मीडिया का भरपूर प्रयोग अभी से कर रहे हैं।
टिकट के दावेदार लखनऊ से लेकर दिल्ली तक दौड़ लगा रहे हैं।
अलीगढ़, विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर है। भाजपा के दावेदार पूरे दमखम के साथ जुटे हुए हैं। टिकट के लिए उन्होंने अभी से पूरी ताकत झोंक दी है। इसलिए कई ऐसे दावेदार हैं जो इंटरनेट मीडिया का भरपूर प्रयोग अभी से कर रहे हैं। उन्होंने फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम आदि के माध्यम से अपना प्रचार शुरू कर दिया
टिकट के लिए लखनऊ तक दौड़
विधानसभा चुनाव को लेकर सबसे अधिक सक्रियता भाजपा में देखी जा रही है। टिकट के दावेदार लखनऊ से लेकर दिल्ली तक दौड़ लगा रहे हैं। अभी से बड़े नेताओं से मुलाकात और संपर्क करने में जुटे हुए हैं, जिससे टिकट पक्का कर सकें। हालांकि, भाजपा में एनवक्त पर कब किसे टिकट मिल जाए कोई पता नहीं रहता है। फिर भी दावेदारों ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया है, वो क्षेत्र की प्रत्येक गतिविधि की फोटो फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम आदि पर शेयर कर रहे हैं। इसमें युवा नेताजी कुछ अधिक सक्रिय हैं, उन्हें पता है कि इंटरनेट मीडिया का जमाना है। इसके बिना सारी मेहनत बेकार है, इसलिए उन्होंने बकायदा प्रचार-प्रसार के लिए आईटी टीम रख ली है। उसमें काम करने वाले लोग अलग-अलग विभाग देख रहे हैं। उन्हें विधानसभा क्षेत्र का सारा अपडेट नेताजी मुहैया करा देते हैं, बताया जाता है कि किसे फोन करना है, हालचाल किसका लेना है, किस गांवों में कौन सी समस्या है, कैसे ग्रामीणों से बातचीत करना है, इसके बारे में आईटी टीम को बता दिया गया है, वह प्रतिदिन इन चीजों पर अपडेट लेते रहते हैं। शाम को नेताजी क्षेत्र से भ्रमण करके लौटते हैं तो उन्हें सारी स्थिति से अवगत कराया जाता है। इसके बाद नेताजी दूसरे दिन सुबह उसी अनुसार कार्यक्रम लगाते हैं। आईटी टीम फोन करके गांवों में किसी के परिवार में कोई दिक्कत आदि तो नहीं है उसके बारे में भी जानकारी करती है, जिससे नेताजी दूसरे दिन जाकर वहां संपर्क कर सकें। अपनी सुविधा के अनुसार वह मदद भी करते हैं। सहालग के समय बेटियों की शादियों में तो नेताजी जरूर पहुंचते थे।
कन्या के छूए पांव
कन्या का पांव छूकर आशीर्वाद लेना और आर्थिक मदद भी करते हैं। जिससे गांव के लोग उन्हें याद रखे। जिले में सात विधानसभा क्षेत्र हैं। सबसे अधिक यह काम बरौली, छर्रा, कोल, इगलास और खैर विधानसभा में यह कार्य चल रहा है। इन विधानसभा क्षेत्रों में 10-10 दावेदार हैं, इसलिए सबसे अधिक यहां सक्रियता देखी जा रही है। भाजपा जिलाध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल सिंह का कहना है कि सभी कार्यकर्ता चुनाव की तैयारियों में लगे हुए हैं। टिकट के लिए भी प्रयासरत हैं। यह सिर्फ भाजपा में ही संभव है। क्योंकि यहां लोकतंत्र है, जबकि अन्य संगठनों में तो लखनऊ से ही टिकट तय होते हैं। हमारे यहां क्षेत्र से नाम भेजे जाते हैं। बहरहाल, हमारा पूरा ध्यान कार्यक्रमों की ओर है।