आगरा की शास्त्रीपुरम योजना में मुकदमा दर्ज कराने के बाद एडीए की जांच की रफ्तार धीमी

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RGA न्यूज़

फर्जी दस्तावेज के सहारे दिल्ली गेट निवासी सुशील गोयल ने पांच बीघा जमीन का किया सौदा। शाहगंज थाना में सुशील और बेटे सचिन के खिलाफ मुकदमा है दर्ज। भूमाफिया घोषित करने के लिए प्रशासन को लिखा गया पत्र।

शास्‍त्रीपुरम योजना में गड़बड़ी की जांच एडीए में धीमी गति से हो रही है।

आगरा, शास्त्रीपुरम आवासीय योजना में जमीन बिकती रही और आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) के अफसर देखते रहे। जी हां, बिल्कुल सही है। 18 साल के भीतर फर्जी दस्तावेज के सहारे दिल्ली गेट निवासी सुशील गोयल और उनके बेटे सचिन ने पांच बीघा जमीन का सौदा किया है। दोनों के खिलाफ शाहगंज थाना में मुकदमा दर्ज है। जिस तरीके से एडीए की जमीन का सौदा किया गया, उसकी जांच धीमी गति से चल रही है। यहां तक अब तक कुल कितनी जमीन बेची गई, यह पता नहीं चल सका है।

अफसर के साथ कर्मचारी भी हैं जिम्मेदार: शास्त्रीपुरम आवासीय योजना में जमीन एक दिन में नहीं बिकी है बल्कि इसकी बिक्री में 15 साल लगे हैं। इसकी भनक एडीए अफसरों और कर्मचारियों को भी नहीं लगी। अमीन और राजस्व निरीक्षक ने जमीनों का ठीक तरीके से निरीक्षण नहीं किया। न ही नियमित अंतराल में सत्यापन किया गया। संपत्ति प्रभारी द्वारा जमीनों की जांच नहीं की गई। सिर्फ कागजी कोरम पूरा किया गया।

शिकायतों को भी किया नजरअंदाज: शिकायतकर्ता एसके गोयल ने बताया कि शास्त्रीपुरम आवासीय योजना में जमीनों पर कब्जे की शिकायत छह बार की गई। शिकायतों को संज्ञान नहीं लिया गया। अगर ऐसा होता तो डेढ़ साल पूर्व जो शिकायतें हुई थीं, उनकी जांच होती और कई बीघा जमीन बिकने से बच जाती। शिकायतकर्ता आरएस बघेल ने बताया कि एडीए अपनी जमीनों को नहीं बचा पा रहा है। सरकारी जमीनों पर कब्जा किया जा रहा है।

भू माफिया घोषित कराने का प्रयास: एडीए उपाध्यक्ष डा. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि सुशील गोयल को भू माफिया घोषित कराने का प्रयास किया जा रहा है। डीएम प्रभु एन सिंह को पत्र लिखा गया है।

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