पांच महीने में 16 ट्रेनों में डीजल के स्थान पर लगे इलेक्ट्रिक इंजन

harshita's picture

RGA न्यूज़

आगरा-भांडई व जयपुर रूट की हैं ट्रेनें। अब उत्तर मध्य रेलवे ने आगरा डिवीजन की 16 ट्रेनों को इलेक्ट्रिक इंजन से संचालन शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि इससे ट्रेनें के टाइमिंग में सुधार हुआ है।

रेलवे को पूरे रीजन में लगभग 130 करोड़ रुपये की बचत हुई है।

आगरा, रेलवे डीजल इंजनों को अपने बेड़े से बाहर कर इलेक्ट्रोनिक इंजनों को शामिल कर रहा है। आगरा-भांडई व जयपुर रेल मार्ग के विद्युतीकरण के पांच महीने के भीतर ही आगरा डिवीजन की 16 ट्रेनों के डीजल हटाए गए हैं।

इन ट्रेनों का संचालन इलेक्ट्रिक इंजन से किया जा रहा है। इससे कार्बन उत्सर्जन में तो कमी आई ही है, रेलवे को पूरे रीजन में लगभग 130 करोड़ रुपये की बचत हुई है। आगरा मंडल से आगरा फोर्ट-अजमेर-आगरा फोर्ट एक्सप्रेस, इंदौर-देहरादून एक्सप्रेस, आगरा-इटावा रेलमार्ग से होकर गुजरने वाली बांद्रा टर्मिनस-गाजीपुर सिटी एक्सप्रेस (सप्ताह में दो बार), ग्वालियर-अहमदाबाद एक्सप्रेस, उदयपुर-खजुराहो एक्सप्रेस, आगरा-कोलकाता एक्सप्रेस, अहमदाबाद-आगरा कैंट एक्सप्रेस गाड़ियों का संचालन बीते दस अगस्त से इलेक्ट्रिक इंजन से कर दिया। उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल के जनसंपर्क अधिकारी एसके श्रीवास्तव ने बताया कि इन ट्रैकों पर अभी तक चुनिंदा ट्रेनें का ही संचालन इलेक्ट्रिक इंजन से किया जा रहा है। अब उत्तर मध्य रेलवे ने आगरा डिवीजन की 16 ट्रेनों को इलेक्ट्रिक इंजन से संचालन शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि इससे ट्रेनें के टाइमिंग में सुधार हुआ है। डीजल इंजन बदलने में जो एक घंटा लगता था, वह समय बच रहा है। इससे रेलवे का खर्च और यात्रियों का समय बच रहा है। 

Place: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.