RGA न्यूज़
भारतीय जनता पार्टी की बूथ समितियों को दुरुस्त करने का काम शुरू करने जा रही है। पहले यह अभियान 23 अगस्त से शुरू होना था लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन के चलते इसे कुछ टाला गया है। पार्टी की बूथ समितियों में 21 सदस्य हैं
कानपुर, विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी अपनी बूथ समितियों को दुरुस्त करने का काम शुरू करने जा रही है। इन बूथ समितियों के सत्यापन के समय यह भी देखना है कि कहीं किसी एक ही परिवार के कई सदस्य तो समिति में नहीं आ गए। इतना ही नहीं समिति में बूथ में रहने वाले सभी समाज के लोगों को प्रतिनिधित्व दिया गया है या नहीं, यह भी सत्यापन के समय देखना होगा।
भारतीय जनता पार्टी की बूथ समितियों को दुरुस्त करने का काम शुरू करने जा रही है। पहले यह अभियान 23 अगस्त से शुरू होना था लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन के चलते इसे कुछ टाला गया है। पार्टी की बूथ समितियों में 21 सदस्य हैं। इन सदस्यों के बारे में सत्यापन अधिकारी को ठीक से जानकारी करनी होगी। इसके लिए सत्यापन अधिकारी को बूथ समिति के नाम भी सौंपे जा रहे हैं। शक्ति केंद्र प्रमुख, शक्ति केंद्र प्रभारी के साथ सत्यापन करने के लिए पहुंचने वाले सत्यापन अधिकारी को देखना होगा कि समिति के सभी सदस्य अलग-अलग परिवारों से हैं या नहीं। कहीं किसी समिति में एक ही परिवार के सदस्यों को तो शामिल नहीं कर लिया गया। इसके जरिए ज्यादा से ज्यादा परिवार के लोगों को समिति में शामिल करना इसका उद्देश्य है। इसके साथ ही सर्व समाज को जोड़ने की तैयारी भी है। बूथ के क्षेत्र में किस किस समाज के लोग रह रहे हैं। बूथ समिति में सभी समाज के लोगों का प्रतिनिधित्व है या नहीं, इसकी भी जांच की जाएगी। अगर ऐसा नहीं होगा तो जिस समाज के लोगों को शामिल नहीं किया गया होगा, उन्हें इसमें जोड़ा जाएगा। इसके पीछे यह उद्देश्य है कि बूथ पर वोट डलवाने के समय इसका लाभ मिल सके। इसके साथ ही सदस्य अब बूथ के क्षेत्र में नहीं रहते, उनके नाम हटाकर दूसरे सदस्यों को उनकी जगह शामिल किया जाएगा।