आगरा में कर्मचारियों की मिलीभगत से ठेकों से भी बिक रही अपमिश्रित शराब

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RGA news

Adulterated Liquor अछनेरा क्षेत्र में शराब फैक्ट्री पकड़े जाने के बाद दो ठेके हुए थे सील। अन्य शराब ठेकों पर भी इसी तरह की सप्लाई होने की आशंका। ठेकों से बिकने वाली शराब की क्वालिटी पर भी सवाल उ

आशंका है कि जिले के अन्य क्षेत्रों में इस तरह की सप्लाई की जा रही थी।

आगरा,  शराब माफिया ने अब शराब ठेकों पर सेल्समैन के माध्यम से सेंध लगा ली है। ये असली शराब के कार्टन में नकली शराब पैक करके ठेकों पर भिजवा देते हैं। इसके बाद यहां से भी अपमिश्रित शराब की धड़ल्ले से बिक्री की जाती है।

अछनेरा क्षेत्र में हर्ष ढाबे में संचालित शराब फैक्ट्री पकड़े जाने के बाद यह मामला खुला था। आबकारी विभाग और पुलिस ने केवल अछनेरा क्षेत्र में चेकिंग कर काम खत्म कर लिया। आशंका है कि जिले के अन्य क्षेत्रों में इस तरह की सप्लाई की जा रही थी। अछनेरा पुलिस ने 23 जुलाई को जयपुर हाईवे पर स्थित हर्ष ढाबा पर छापा मारा था। यहां से बड़ी मात्रा में अपमिश्रित शराब तैयार करने का सामान और मशीनें मिली थीं। पुलिस की छानबीन में सामने आया था कि इस फैक्ट्री से रुनकता और बिचपुरी में दो शराब ठेकों पर भी देसी शराब सप्लाई की जाती थी। वहां से असली शराब के कार्टन मंगवाकर उनमें अपमिश्रित शराब पैक कर दी जाती थी। इसके बाद ठेकों से इसे बेचा जाता था। ऐसे में ठेकों से बिकने वाली शराब की क्वालिटी पर भी सवाल उठा। मगर, पूरे जिले में इसकी चेकिंग नहीं कराई गई। अब डौकी क्षेत्र में शराब पीने के बाद तीन लोगों की मौत के मामले में पुलिस अधिकारी कह रहे हैं कि मरने से पहले लोगाें ने ठेके से शराब खरीदकर पी थी। शराब ठेके से बिकने वाली शराब की क्वालिटी पर पहले ही सवाल उठ चुके हैं

जहरीली शराब से गई थी 10 लोगों की जान

- 26 जून 2015 को शमसाबाद के गढ़ी खांडे़राव में जहरीली शराब पीने से 45 वर्षीय सरदार सिंह और 72 वर्षीय छोटेलाल की मौत हो गई।

- 30 जून 2015 को शमसाबाद के ही इशौली में खेमचंद, सुनील और कंचन की मौत हो गई। दोनों मामलों में चार आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इनके खिलाफ सात अगस्त 2015 को पुलिस ने चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दी

- पांच जुलाई 2017 को खंदौली के गांव लालगढ़ी में जहरीली शराब से कन्हैंयालाल की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने जहरीली शराब बेचने वाले आठ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। सात अक्टूबर 2015 को चार्जशीट लगाई। इसके बाद गैंगस्टर की कार्रवाई हुई।

- आठ जुलाई 2015 को खंदौली के ही बगलघूंसा गांव में जहरीली शराब पीने से ऊधम सिंह नगर निवासी दुर्योधन, सुरजीत, मुनेश और हरी की मौत हो गई। पुलिस की जांच में जहरीली शराब बेचने में चार लोगों के नाम सामने आए। एक आरोपित ने कोर्ट में समर्पण कर दिया। अन्य के खिलाफ बिना गिरफ्तारी के पुलिस ने 16 अक्टूबर 2015 को चार्जशीट लगा दी। इसके बाद गैंगस्टर की कार्रवाई भी कर दी। इन सभी मामलों में अभी तक कोर्ट में ट्रायल शुरू नहीं हुआ है। सभी आरोपित जमानत पर जेल से बाहर हैं।

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