RGA news
अपराध पर लगाम लगाने के उद्देश्य से अब यूपी-112 को इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आइ ट्रिपल सी) से जोड़ा जाएगा। इसके तहत यूपी-112 की सूचना आइ ट्रिपल सी को भी मिलेगी जिसके बाद शहर के सभी कैमरे भी सक्रिय कर दिए
एसपी ट्रैफिक सतीश चंद्र ने बताया कि यूपी-112 की सूचना आइ ट्रिपल सी को भी मिलेगी।
अलीगढ़। अपराध पर लगाम लगाने के उद्देश्य से अब यूपी-112 को इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आइ ट्रिपल सी) से जोड़ा जाएगा। इसके तहत यूपी-112 की सूचना आइ ट्रिपल सी को भी मिलेगी, जिसके बाद शहर के सभी कैमरे भी सक्रिय कर दिए जाएंगे। इससे कोई भी घटना होने पर बदमाशों को पकड़ने में भी मदद मिलेगी। एडीजी के निरीक्षण के बाद इस दिशा में काम शुरू हो गया है।
कर्मचारी की होगी नियुक्ति
स्मार्ट सिटी के तहत नवंबर 2020 में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की स्थापना की गई थी। यहां से 24 घंटे शहर के प्रमुख चौराहों की सीधे निगरानी होती है। दूसरी तरफ यूपी पुलिस की एक इमरजेंसी सर्विस यूपी-112 संचालित हो रही है। वर्तमान में कोई भी घटना होने पर सबसे पहले यूपी-112 पर काल आती है। इसकी सूचना पर पीआरवी को सक्रिय किया जाता है। लेकिन, आइ ट्रिपल सी की टीम की बाद में जानकारी दी जाती है। इसके बाद शहर के कैमरों से बदमाशों की तलाश शुरू की जाती है। इससे घटनास्थल तक पहुंचने और मदद दिलाने में भी देरी होती है। इसे देखते हुए बीते दिनों निरीक्षण पर आए एडीजी ने यूपी-112 को आइ ट्रिपल सी के साथ जोड़ने की बात कही। इसके लिए आइ ट्रिपल सी सिस्टम को अपडेट किया जाएगा। एक कर्मचारी भी तैनात किया जाएगा, जो दोनों के बीच समन्वय
ऐसे करेगा काम
यूपी-112 को सूचना मिलने के बाद एक काल आइ ट्रिपल सी पर भी जाएगी यानी दोनों को एक साथ जानकारी मिलेगी। उदाहरण के दौरान झपटमारी होने की घटना में एक तरफ लैपर्ड मौके पर पहुंचेगी, तो दूसरी आइ ट्रिपल सी के कैमरों के जरिये बदमाश की लोकेशन ट्रेस करके लैपर्ड को अपडेट की जाएगी। इससे बदमाश को पकड़ने में आसानी होगी।
60 घटनाओं का हो चुका है पर्दाफ
कैमरों के फेस रिकाग्नाइजेशन सिस्टम (एफआरएस) और आटोमेटिक नंबर प्लेट रिकाग्नाइजेशन (एएनपीआर) में चोरी के ढाई हजार वाहनों के नंबर अपलोड किए गए हैं। इनमें आएदिन कोई न कोई वाहन पकड़ा जाता है। वहीं जिले की करीब 60 घटनाअों का पर्दाफाश करने में भी आइ ट्रिपल सी सहायक बना है।
आइ ट्रिपल सी से जिले में कई घटनाओं के पर्दाफाश करने में मदद मिली है। साथ ही चोरी के वाहन भी पकड़े गए हैं। इसके लिए यूपी-112 को आइ ट्रिपल सी के साथ जोड़ने की योजना है। इस पर काम चल रहा है। जल्द ही सिस्टम को अपडेट किया जाएगा।