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एनएचएआइ पूर्वी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर के अनुसार प्रयागराज-रायबरेली हाईवे फोर लेन किया जाना है। योजनाएं आगे बढ़ाई जा रही हैं। पहले चरण के प्रस्तावित चारों बाइपास के लिए जमीन अधिग्रहण हो चुका है काश्तकारों का भुगतान चल रहा है। कार्यदायी एजेंसी चयन के लिए टेंडर निकाला गया है
प्रयागराज-लखनऊ हाईवे रायबरेली तक अभी दो लेन ही है। भविष्य की जरूरत के मद्देनजर इसे फोर लेन किया जाना है।
प्रयागराज, हाई कोर्ट की सख्ती के बाद प्रयागराज-लखनऊ हाईवे चौड़ीकरण की दिशा में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) एक कदम और आगे बढ़ गया है। सब कुछ योजना के अनुरूप रहा तो अगले माह से कार्य शुरू हो जाएगा। पहले चरण में प्रयागराज से रायबरेली तक चार फोर लेन बाईपास बनेगा। इसके अतिरिक्त एक लिंक रोड और रायबरेली में सई नदी पर पुल भी बनाया जाएगा। करीब 38 किमी लंबाई में काम के लिए 800 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया गया है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, काश्तकारों को मुआवजा दिया जाना है।
रायबरेली तक अभी दो लेन की ही है व्यवव्
प्रयागराज-लखनऊ हाईवे रायबरेली तक अभी दो लेन ही है। इसकी दूरी 106 किमी है। भविष्य की जरूरत के मद्देनजर इसे फोर लेन किया जाना है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने आलापुर, जगतपुर, बाबूगंज और ऊंचाहार में फोर लेन बाइपास का खाका खींचा था। शासन से इसे पहले ही मंजूरी दे दी गई है। प्रतापगढ़ के कुंडा तहसील क्षेत्र में आलापुर के तीन गांव और ऊंचाहार तहसील क्षेत्र के कुल 17 गांवों में भूमि अधिग्रहित की गई हैं। काश्तकारों को भुगतान की प्रक्रिया चल रही है।
एसडीएम कुंडा बोले- पैसा मिलते ही काश्तकारों को दिया जाएगा
एसडीएम कुंडा सतीश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि तीन गांव में बाईपास तीन किलोमीटर व लिंक रोड की लंबाई 6.2 किमी होगी। दोनों सड़कों के लिए 45 हेक्टेयर जमीन एनएचआइ द्वारा चिह्नित कर ली गई है। सर्वे व अवार्ड करा दिया गया है। पैसा मिलते ही काश्तकारों में बांटा जाएगा
हाई कोर्ट ने दिखाया था सख्त रु
इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने लखनऊ-रायबरेली-प्रयागराज फोरलेन हाईवे मामले में बीते दिनों सख्त रुख दिखाया था। कोर्ट ने प्रयागराज, प्रतापगढ़ और रायबरेली के जिलाधिकारियों, संबंधित डिवीजनल फारेस्ट अफसर समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश के एनएचएआइ के क्षेत्रीय अधिकारी को 31 अगस्त को तलब किया है। आदेश दिया है कि प्रोजेक्ट 31मार्च 2022 तक पूरा कर लिया जाय। वर्ष 2013 में कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए जनहित याचिका कायम की थी।
मलाक हरहर से फाफामऊ तक चौड़ीकरण
नेशनल हाईवे फोर लेन प्रक्रिया में मलाक हरहर से फाफामऊ तक आठ किमी सड़क दो लेन से चार लेन होगी। मंजूरी मिल चुकी है। बाईपास निर्माण के साथ-साथ इसका भी काम होगा।
हाईवे पर इन स्थानों पर बनेंगे बाइपास
05 किमी. -जगतपुर में भीख से जिगना
04.3 किमी. -बाबूगंज में इटौरा बुजुर्ग से भागीपुर
11.07 किमी. -ऊंचाहार में खोजनपुर से जसौली
03 किमी - आलापुर में आलापुर से बरियावां।
एनएचएआइ पूर्वी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने कहा
एनएचएआइ पूर्वी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर एसबी सिंह ने कहा कि प्रयागराज-रायबरेली हाईवे फोर लेन किया जाना है। सभी योजनाएं तेजी के साथ आगे बढ़ाई जा रही हैं। पहले चरण के प्रस्तावित चारों बाइपास के लिए जमीन अधिग्रहण हो चुका है, काश्तकारों का भुगतान चल रहा है। कार्यदायी एजेंसी चयन के लिए टेंडर निकाला गया है।