पीलीभीत में DFO ने ग्रामीणों को किया सचेत, बोले- ना खीचें नेपाली हाथियों की फोटों, हो सकता है खतरा

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RGA न्यूज़

टाइगर रिजर्व के प्रभागीय वनाधिकारी नवीन खंडेलवाल ने लोगों को सचेत किया कि जंगल और उसके आसपास घूमने वाले नेपाली हाथियों के फोटो खींचने के प्रयास में नजदीक जाने का प्रयास न करें।

पीलीभीत में DFO ने ग्रामीणों को किया सचे

बरेली, टाइगर रिजर्व के प्रभागीय वनाधिकारी नवीन खंडेलवाल ने लोगों को सचेत किया कि जंगल और उसके आसपास घूमने वाले नेपाली हाथियों के फोटो खींचने के प्रयास में नजदीक जाने का प्रयास न करें। इससे हाथी हमलावर हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि विभागीय टीमें हाथियों की गतिविधियों की निगरानी करने के साथ ही ग्रामीणों को जागरूक कर रही हैं।

शुक्रवार को सेव इंवायरमेंट सोसायटी व बीएमएच की ओर से एसएन इंटर कालेज में आयोजित पौधारोपण व नेपाली हाथियों के विचरण करने की समस्या पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। इसमें प्रभागीय वनाधिकारी खंडेलवाल ने नेपाल के शुक्ला फांटा के जंगल से हाथियों का टाइगर रिजर्व में आना कोई नई बात नही है लेकिन इस बार हाथी नए नए क्षेत्र में जा रहे हैं। इस कारण सतर्कता बढ़ा दी गई है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री डा. विनोद तिवारी ने कहा कि यह गौरव की बात है कि पीलीभीत की धरती पर नेपाल या अन्य स्थानों से वन्यजीव आकर शरण ले रहे हैं। इससे स्पष्ट कि मेहमान वन्यजीवों के लिए यहां का वातावरण काफी अनुकूल है। लोगों को घबराने की नहीं बल्कि जागरूक होने की जरूरत है। कार्यक्रम के आयोजक सोसायटी के सचिव टीएच खान ने कहा कि पिछले दस साल में इन हाथियों से कोई जनहानि नहीं हुई है।

इस बार नेपाली हाथियों ने अपना रूट बदल लिया है। उन्होंने कहा कि इसके कारण व निवारण पर सोसायटी अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। उन्होंने कहा कि हाथियों के रूट बदलने का प्रमुख कारण इन वन्यजीवों के कारीडोर लग्गा भग्गा वन क्षेत्र में मानवीय दखल का बढ़ना है। कार्यक्रम में मुख्य अग्निशमन अधिकारी विश्वरूप बनर्जी, सामाजिक वानिकी के एसडीओ सत्येंद्र चौधरी, शेर सिंह, एसएन इंटर कालेज के प्रबंधक नसीम हसनी, प्रधानाचार्य जावेद अहमद आदि ने भी विचार व्यक्त किए।

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