सभी को मिला मौका, किसी ने नहीं किया काम, सियासत की चक्‍की में पिस रहा विकास

Praveen Upadhayay's picture

RGA news 

बरौली विधानसभा क्षेत्र में रालोद बसपा और भाजपा को काम करने का मौका तो मिला लेकिन समस्याओं का अंत अब तक नहीं हो पाया। यहां की सियासत दो दिग्गज नेताओं के बीच में लंबे समय तक रही है। विकास की धूरी दोनों वीरों के बीच में घूमती रही है।

भाजपा नेताओं के बीच विकास की धूरी घूमती रही है।

अलीगढ़। बरौली विधानसभा क्षेत्र में रालोद, बसपा और भाजपा को काम करने का मौका तो मिला लेकिन समस्याओं का अंत अब तक नहीं हो पाया। यहां की सियासत दो दिग्गज नेताओं के बीच में लंबे समय तक रही है। विकास की धूरी दोनों वीरों के बीच में घूमती रही है। ये दोनों जयवीर सिंह और ठा. दलवीर सिंह वर्तमान में भाजपा में हैं। दलवीर सिंह विधायक हैं।

किसानों की उम्‍मीद पर फिरा पानी

किसानों के लिए साथा चीनी मिल मुसीबत बनी हुई है। उम्मीद थी भाजपा के शासन में इसका उद्धार हो जाएगा लेकिन ऐसा हो न सका। मिल की क्षमता वृद्धि की कराने की बात तो दूर उसे सुचारू रूप से चालू तक नहीं किया जा सका। जिले के गन्ना किसानों की उम्मीद की एकमात्र किरण साथा चीनी मील है। गोपी लधौआ की चीनी मिल बंद होने के चलते पूरे जिले के गन्ना किसानों का इसी चीनी मिल से जुड़ाव है। मगर, इस मिल में सीजन में बमुश्किल 10-15 ही पेराई हो पाती है, उसके बाद यह बंद हो जाती है। विधायक दलवीर सिंह ने इसकी क्षमता वृद्धि के लिए सूबे के गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा से तमाम बार पैरवी की, मगर सिर्फ आश्वासन ही मिलता रहा। हालांकि, बीते साढ़े चार साल के दौरान इस विधानसभा क्षेत्र में विकास की कई नई तारीखें लिखीं गई हैं। एक ही विधानसभा क्षेत्र में रिकार्ड चार नगर पंचायतों की घोषणा हुई। नगर पंचायात गभाना, चंडौस, जवां और नगर पंचायत बरौली का गठन हुआ है। गरीब और श्रमिक बच्चों की शिक्षा के लिए अटल आवासीय विद्यालय, टमकौली को बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। 62 करोड़ रुपये से बनने वाले इस विद्यालय का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। दौरऊ में दौरऊ चंडौस मार्ग पर और कन्होई पर 80 करोड़ की लागत से रेलवे ऊपरगामी पुल का निर्माण कार्य कराया गया है। काली नदी पर सिल्ला विसावनपुर के नजदीक सात करोड़ रूपये की लागत से पुल का निर्माण कराया गया है। इस पुल की वर्षों से मांग हो रही थी। इसके निर्माण से दो दर्जन गांवों के लोगों को लाभ मिलेगा। हरदुआगंज कासिमपुर पावर हाउस में 660 मेगावाट नई यूनिट को शुरू कराने का भी श्रेय भी वर्तमान विधायक को जाता है, लेकिन कन्या महाविद्यालय का निर्माण, बरौली से अलीगढ़ और दिल्ली बसों का संचालन, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उच्चीकरण, गभाना बस स्टेंड पर बसों का ठहराव, गभाना में टृामा सेंटर का निर्माण की मांग अधूरी हैं। गभाना ब्लाक का अस्तित्व में न आने का भी क्षेत्र के लोगों को मलाल है।

इनका कहना है

जितना काम साढ़े चार वर्षों में हुआ है, उतना कभी नहीं हुआ है। एक विधानसभा क्षेत्र में चार नगर पंचायतों का गठन होना बहुत बड़ी बात है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पूरी विधानसभा क्षेत्र का कायाकल्प हो जाएगा। कासिमपुर पावर हाउस की 660 मेगावाट की नई इकाई को निर्धारित समय में काम कराया गया। समय-समय पर मैं इकाई के निरीक्षण को जाता रहा, जिससे कार्य सुचारू रुप से चल सके। 60 करोड़ रुपये की लागत से सड़कों का निर्माण और मरम्मत का कार्य हुआ है। इससे आवागमन सुचारू हुआ है और विकास की गति बढ़ी है। 700 सोलर लाइटें लगवाई गईं, जो रिकार्ड हैं। विधायक निधि से 158 सार्वजनिक शौचालय, 140 हैंडपंप भी लगवाए गए हैं। त्वरित आॢथक विकास योजना के अंतर्गत 40 गांवों में नाली और मार्ग का निर्माण कराया गया है। अबतक इतना विकास कार्य कभी नहीं हुआ।

ठा. दलवीर सिंह, विधायक, बरौली

बरौली विधानसभा क्षेत्र में बीते साढ़े चार साल के दौरान सिर्फ घोषणाएं हुई हैं, काम कोई नहीं हुआ है। अलीगढ़-बरौली मार्ग जर्जर हुआ है। गभाना से बरौली रोड बदहाल है। बरौली को नगर पंचायत और गभाना को ब्लाक बनाने का दावा किया जा रहा है, बात ठीक है, मगर न कोई कार्यालय है और न ही कोई काम शुरू हुआ है। साथा चीनी मिल की क्षमता वृद्धि नहीं हुई। बरौली में कन्या राजकीय इंटर कालेज की घोषणा हुई थी, उसका शिलान्यास हो गया मगर काम अब तक नहीं हुआ है।

नीरज शर्मा, पूर्व प्रत्याशी, रालोद

--

विधायक ने चार वर्षों में तमाम कार्य कराए हैं। सड़कों की स्थिति काफी ठीक हुई है। वह हमेशा क्षेत्र में ही रहते हैं, जिससे समस्याओं का निस्तारण होता है। कुछ महीने से अस्वस्थ्य होने से दिक्कतें हुई हैं। क्षेत्र की जरूरत महिलाओं के रोजगार के लिए कोई योजना शुरू करनी चाहिए।

पुष्पा देवी, गृहणी, बरौल

चीनी मिल चार साल में कभी ठीक नहीं चली है। इससे किसान परेशान हैं। अब तो गन्ना की बुआई करने का मन ही नहीं करता है। भाजपा की सरकार है, इसके बाद भी मिल की क्षमता नहीं बढ़ सकी। किसान नहीं खुशहाल होगा तो देश कैसे उन्नति करेगा।

संजू चौहान, किसान, साथ

सबसे बड़ी उपलब्धि कासिमपुर पावर हाउस की 660 मेगावाट इकाई का निर्माण है। इसका जल्द शुभारंभ होगा। बरौली विधानसभा क्षेत्र में सड़कों की स्थिति काफी ठीक हुई है। साथा चीनी मिल की क्षमता वृद्धि अभी तक नहीं हो पाई, इससे किसानों को काफी दिक्कत हो रही है

राजेश गर्ग, समाज सेवी, कासिमप

क्षेत्र में काफी विकास हुआ है। सड़कें ठीक हुई हैं। सोमना-खैर मार्ग जो वर्षों से रुका हुआ था उसपर भी काम शुरू हो गया है। गभाना नगर पंचायत का गठन बड़ी उपलब्धि है। भुमियां बाबा आश्रम रेलवे लाइन पर ओवरब्रिज का भी निर्माण हुआ है,जो बड़ी उपलब्धि है।

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.