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RGA न्यूज़
कोरोना संक्रमण की रफ्तार पिछले करीब एक महीने से काफी हद तक थम चुकी है। इसके बाद जिले की अधिकांश निजी लैब में पैथोलाजी एक्स-रे अल्ट्रासाउंड समेत अन्य जरूरी जांच बिना कोविड रिपोर्ट के की जा रही हैं।
बरेली जिला अस्पताल में अब पैथोलाजी जांच के लिए नहीं करना होगा कोविड रिपोर्ट का इंतजार
बरेली, कोरोना संक्रमण की रफ्तार पिछले करीब एक महीने से काफी हद तक थम चुकी है। इसके बाद जिले की अधिकांश निजी लैब में पैथोलाजी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड समेत अन्य जरूरी जांच बिना कोविड रिपोर्ट के की जा रही हैं। वहीं, जिला अस्पताल में मरीजों की कोविड निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही जांच की जा रही थी। लेकिन अब मंडलीय अपर निदेशक एवं प्रमुख अधीक्षक ने जिला अस्पताल में बिना कोविड रिपोर्ट के पैथोलाजी जांच के आदेश दिए हैं। जिला अस्पताल में हर महीने करीब 1200-1300 पैथोलाजी जांच होती हैं। ऐसे में कई मरीजों को अतिरिक्त परेशानी का सामना नहीं करना होगा। हालांकि एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड जांच में फिलहाल कोविड जांच रिपोर्ट आवश्यक रहेगी।
दूसरी लहर के दौरान जरूरी हुई थी कोविड जांच
दरअसल, कोरोना संक्रमण का दौर शुरू होने के बाद स्वास्थ्य महकमे में भी मरीजों के इलाज और जांच प्रभावित हुई थीं। खासकर दूसरी लहर आने के बाद पहले जिला अस्पताल और ओपीडी बंद कर दी गई। बाद में ओपीडी और जांच शुरू हुई तो पैथोलाजी जांच, एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड जांच कराने से पहले कोविड जांच आवश्यक कर दी गई थी। कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान तो यह व्यवस्था जरूरी थी।
सीमित संक्रमित होने के बाद जरूरी था बदलाव
पिछले एक महीने में बेहद सीमित केस ही मिले। ऐसे में किसी मर्ज को लेकर जांच कराने पहुंचे मरीज को पहले कोविड की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट का इंतजार करना पड़ता। जो कि सैंपल देने के अगले रोज शाम को मिलती। इसके बाद अगले दिन जांच होती, जिसके बाद उस जांच रिपोर्ट अगले दिन आती। ऐसे में अपनी मुख्य समस्या संबंधी जो रिपोर्ट मरीज को उसी दिन या अगले दिन मिलती, कोविड जांच की वजह से यह रिपोर्ट तीन से चार दिन बाद तक मिल रही थी। मरीजों को होने वाली परेशानी को देखते हुए अब जिला अस्पताल में बिना कोविड रिपोर्ट के ही पैथोलाजी जांच कराने के आदेश दिए गए हैं।
कोरोना संक्रमण की रफ्तार फिलहाल काफी कम है। वहीं, एहतियात के लिए जरूरी गाइडलाइंस, मसलन मास्क लगाकर ब्लड सैंपल लेने में कोरोना संक्रमण का खतरा न के बराबर है। इसलिए बिना कोविड जांच रिपोर्ट के पैथोलाजी जांच के आदेश दिए हैं।