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RGA न्यूज़
हाथरस जेएनएन। कोतवाली क्षेत्र के गांव नगला कलू में गुरुवार की सुबह अचानक तीन बच्चों को डायरिया की शिकायत हो गई। तीनों बच्चों को आनन फानन उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जहां वार्ड में तीनों बच्चों का उपचार चल रहा है।
चंदपा के गांव नगला कलू में दवाई वितरित करती स्वास्थ्य विभाग की टीम।
हाथरस, कोतवाली क्षेत्र के गांव नगला कलू में गुरुवार की सुबह अचानक तीन बच्चों को डायरिया की शिकायत हो गई। तीनों बच्चों को आनन फानन उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जहां वार्ड में तीनों बच्चों का उपचार चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में जाकर कैंप लगाकर दवाई वितरित कराई। वहीं कीटनाशक का छिड़काव भी कराया गया। इससे पूर्व पिछले हफ्ते दूध पीने से इसी गांव के पांच बच्चों की तबियत बिगड़ गई थी। जिसमें चार वर्षीय बच्चे की मौत हो गई । चारों बच्चों का उपचार अभी भी जिला अस्पताल में चल रह
आशा के जरिए तीनों बच्चों को अस्पताल मे भर्ती कराया गया
गांव कलू निवासी गिरवर सिंह के सात वर्षीय पुत्र देव, आदिल की एक वर्षीय बच्ची फातमा और मुबीन के चार वर्षीय बच्चे वाहिद को गुरुवार की सुबह अचानक उल्टी व दस्त की शिकायत हुई। बच्चों की तबियत बिगड़ने की जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सीएम चतुर्वेदी को दी गई। सूचना मिलने के बाद आशा के जरिए तीनों बच्चों को जिला अस्पताल के वार्ड में भर्ती कराया गया। इसके साथ ही सीएमओ ने अपनी टीम को गांव भेजा। टीम ने गांव में जाकर कीटनाशक का छिड़काव कराया गया। बता दे कि इससे पूर्व गांव के ही रंजीत के चार वर्षीय पुत्र भानुप्रताप व बहन बबीता की तबियत खराब हो गई थी। रंजीत की बहन सरस्वती के चार वर्षीय शिवम , पांच वर्षीय छाया और दो वर्षीय ज्योति की भी तबियत शुक्रवार की शाम को दूध पीने के बाद बिगड़ गई थी। रविवार को भानुप्रताप की मौत हो जाने के बाद आनन फानन चारों बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां गुरुवार को भी चारों बच्चे वार्ड में भर्ती रहे। सीएमओ का कहना है कि गांव नगला कलू में टीम को भेजकर जांच पड़ताल कराई गई है। आशा के जरिए ओआरएस के घोल बच्चों को उपलब्ध कराए गए हैं।