बरेली में कोरोना संक्रमितों की सांसों की जरुरत को पूरा करेगी HFNC यूनिट, जानिए क्या होती है खासियत

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RGA न्यूज़

कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से बचाव और मरीजों के इलाज की दिशा में कोविड अस्पतालों में तैयारियां जोरों पर हैं। 300 बेड कोविड अस्पताल समेत सभी कोविड अस्पतालों में वेंटिलेटर के साथ एचएफएनसी यूनिटों की बढ़ोतरी की जा रही है।

 बरेली में कोरोना संक्रमितों की सांसों की जरुरत को पूरा करेगी HFNC यूनिट

बरेली, कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से बचाव और मरीजों के इलाज की दिशा में कोविड अस्पतालों में तैयारियां जोरों पर हैं। 300 बेड कोविड अस्पताल समेत सभी कोविड अस्पतालों में गंभीर मरीजों के लिए वेंटिलेटर के साथ ही हाई फ्लो नोजल कैनुला (एचएफएनसी) यूनिटों की भी बढ़ोतरी की जा रही है।

300 बेड कोविड अस्पताल प्रशासन भी डेल्टा वेरिएंट से बचाव के लिए अस्पताल की सभी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने में जुट गया है। कोविड मरीजों के उपचार के लिए कोविड अस्पताल में पीकू वार्ड के अलग-अलग कमरों में पहले छह एचएफएनसी यूनिट थीं। वहीं अब सात और पोर्टेबल एचएफएनसी यूनिटों को स्थापित किया गया है। वजन में हल्की होने की वजह से इन एचएफएनसी यूनिट को आसानी से इधर से उधर ले जाया जा सकता है। सभी यूनिट पीडियाट्रिक आइसीयू (पीकू) वार्ड में लगाए गए हैं। यहां ड्यूटी करने वाले स्टाफ को भी वेंटीलेटर, एचएफएनसी आदि आपरेट करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

पुश बटन की मदद से आसानी से कर सकते हैं आपरेट

एचएफएनसी का उपयोग जरूरत पड़ने पर आक्सीजन का फ्लो तेज करने के लिए किया जाता है। एचएफएनसी का उपयोग 15 साल तक के बच्चों के फेफड़ों तक पर्याप्त आक्सीजन पहुंचाने के लिए होता है। पुश बटन के जरिए आक्सीजन के फ्लो को घटाया और बढ़ाया जा सकता है।एचएफएनसी स्क्रीन की मदद से आक्सीजन फ्लो को घटाया या बढ़ाया जा सकता है।अस्पताल के पीकू वार्ड में लगे आक्सीजन पाइपलाइन से जोड़कर इसका उपयोग किया जा सकता है। बच्चों के उपचार में यह यूनिट बेहद मददगार साबित होगी।

संभावित तीसरी लहर की आशंका देखते हुए सभी जरूरी संसाधन 300 बेड कोविड अस्पताल में मुहैया किये जा रहे हैं।अस्पताल में सभी यूनिट को रोजाना चेक कराया जाता है

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