बागपत में महिला पुलिसकर्मियों पर टिप्‍पणी के मामले में सपा नेताओं का कोर्ट में आत्मसमर्पण

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RGA न्यूज़

बागपत में दिसंबर 2020 को कलक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन को जा रहे सपा नेताओं को पुलिस ने रोक लिया था ये लोग कृषि कानून का विरोध कर रहे थे। तभी प्रदर्शन के दौरान महिला पुलिसकर्मियों पर अशोभनीय टिप्पणी की गई थी। इसी मामले में सरेंडर किया गया

बागपत में चारों आरोपितों को कोर्ट से ही मिली अंतरिम जमानत।

बागपत, बागपत में किसान आंदोलन के समर्थन में प्रदर्शन के दौरान महिला पुलिसकर्मियों पर अशोभनीय टिप्पणी करने के मामले में सपा के आरोपित चार नेताओं ने गुरुवार को अदालत में आत्मसमर्पण किया। अदालत ने उनको अंतरिम जमानत दी। कृषि कानून के विरोध में सपाई 14 दिसंबर 2020 को कलक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन करने जा रहे थे। रास्ते में बागपत-मेरठ रोड पर पुलिस ने उनको रोक दिया था। उनकी पुलिस से धक्का-मुक्की हुई थी। उस समय भी मामले ने काफी तूल पकड़ा था और इस प्रकरण में कार्रवाई की मांग की गई थी।

कोतवाली में दर्ज हुआ था मामला

कुछ महिलाओं ने महिला पुलिसकर्मियों पर अशोभनीय टिप्पणी की थी। इस मामले में पुलिस ने तत्कालीन सपा जिलाध्यक्ष बिल्लू प्रधान समेत 14 नेताओं और कुछ अज्ञात महिला-पुरुषों के खिलाफ संगीन धाराओं में कोतवाली पर मुकदमा दर्ज कराया था। सपा की महिला सभा जिलाध्यक्ष डाक्टर सीमा यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

सीजेएम कोर्ट में सरेंडर

इस मामले में गुरुवार को सपा के पूर्व प्रदेश सचिव शफीक सलमानी, जिला महासचिव डाक्टर शकील अहमद, जिला सचिव अब्दुल वाहिद व लोहिया वाहिनी के पूर्व जिलाध्यक्ष डाक्टर रियासत अली ने सीजेएम कोर्ट में सरेंडर किया। अधिवक्ता के माध्यम से अदालत में जमानत अर्जी दाखिल की गई। अधिवक्ता राशिद तस्लीम ने बताया कि अदालत ने चारों आरोपितों को अंतरिम जमानत दे दी है। उधर कोतवाली प्रभारी अजय शर्मा का कहना है केस की विवेचना के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

चेक बाउंस होने पर बागपत में प्रर्दशन

बागपत के बालैनी में सैदपुर गांव के समीप लगे प्राइवेट शुगर मिल पर क्षेत्र के किसानों का करोड़ो रुपये बकाया होने के विरोध में किसानों ने मिल के बाहर पंचायत कर कहा कि जब तक भुगतान नहीं होगा, तब तक मिल चालू नहीं होने देंगे। किसानों ने कहा कि वर्ष 2016 में सैदपुर मे प्राइवेट मिनी मिल शुरू कर 900 किसानों से गन्ना खरीदा। 3.75 करोड़ का भुगतान किसानों को नहीं किया। भुगतान को चेक दिए जो बाउंस हो गए। बिना भुगतान मिले मिल नहीं चलने देंगे। निर्णय लिया कि आठ सितंबर से मिल के बाहर अनिश्चितकाल धरना शुरू करेंगे। प्रदर्शन के दौरान सेक्युलर इंकलाब पार्टी अध्यक्ष सतवीर गिरी, प्रमोद गोस्वामी, सुरेंद्र कुमार, रणबीर, सोमदत्त, सत्यपाल, लोकेंद्र, लाला प्रधान आदि मौजूद रहे।

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