आगरा में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल, बाजार से खरीदनी पड़ रही दवाएं

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RGA न्यूज़

पर्चे के लिए धक्कामुक्की बाजार से खरीदनी पड रही दवाएं। जिला अस्पताल में 2114 और एसएन मेडिकल कालेज में 2109 मरीजों को दिया गया परामर्श बाल रोग और मेडिसिन की ओपीडी में दोगुने हुए मरीज।

जिला अस्पताल और एसएन मेडिकल कालेज में मरीजों को नहीं मिल पा रही पूरी दवाएं।

आगरा, बच्चों से लेकर बुजुर्ग बुखार के प्रकोप से परेशान हैं। इससे जिला अस्पताल और एसएन मेडिकल कालेज की ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ गई। जिला अस्पताल में पर्चे के लिए धक्कामुक्की हुई। डाक्टर कक्ष के बाहर लंबी लाइन लगी रही। मरीजों को सभी दवाएं नहीं मिली।

जिला अस्पताल की ओपीडी में 1300 से 1400 मरीज आते हैं। मगर, बुखार के मरीज बढ़ने से ओपीडी में 2114 नए मरीजों का पंजीकरण किया गया। मरीजों की संख्या अधिक होने से पर्चे की लाइन में धक्कामुक्की होने लगी। वहीं, बाल रोग, मेडिसिन और चर्म रोग की ओपीडी के बाहर लंबी लाइन लगी रही। यहां मरीजों को दो से तीन तरह की दवाएं ही मिली। खांसी के सीरप से लेकर आई ड्राप बाजार से खरीदने के लिए कह दिया गया। उधर, एसएन की बाल रोग विभाग की ओपीडी में 60 से 70 मरीज आ रहे थे। यहां 141 मरीजों को परामर्श दिया गया। मेडिसिन की ओपीडी में 210 से 230 मरीजों को परामर्श लेने पहुंच रहे थे। यहां मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई। 461 मरीजों को परामर्श दिया गया। गर्मी, उमस और बारिश से चर्म रोग की समस्या भी बढ़ गई है। चर्म रोग की ओपीडी में 310 मरीज पहुंचे। यहां भी मरीजों को बाजार से दवाएं खरीदने के लिए कहा गया।

जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डा. अशोक अग्रवाल का कहना है कि मरीजों की संख्या बढ़ गई है, इससे पर्चे बनने में समस्या आ रही है। हर तीसरे मरीज को बुखार और सर्दी जुकाम जिला अस्पताल और एसएन मेडिकल कालेज की बाल रोग विभाग और मेडिसिन की ओपीडी में पहुंच रहे हर दूसरे मरीज को बुखार और सर्दी जुकाम की समस्या है। बुखार आने पर शरीर में टूटन और कमजोरी आ रही है।

बच्चे को बुखार आ रहा है। सुबह आठ बजे आ गए थे, पर्चा बनवाने के लिए धक्कामुक्की हुई। भर्ती करने के लिए कहा है।

गुलिस्ता, खेरिया मोड

बेटे को कई दिन से बुखार आ रहा है। दो घंटे से इंतजार कर रहे हैं अभी नंबर नहीं आया है।

राजेश, शाहगंज

दो दवा दी हैं और दो तरह की दवाएं बाजार से खरीदने के लिए कह दिया है। सावित्री रामबाग सभी दवाएं नहीं मिल रही हैं। महंगी दवाएं बाजार से खरीदने के लिए कह दिया है।

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