

RGA न्यूज़ हिमाचल प्रदेश कांगड़ा
15 मई को उनकी कोरोना महामारी के कारण मौत हो गई थी। उच्च शिक्षा विभाग ने गत जुलाई और अगस्त में दो बार हेड मास्टर के तौर पर पदोन्नति के लिए स्वर्गीय नरेश सरोच से एसीआर की मांग की है।
उच्च शिक्षा निदेशालय को कोरोना से जान गंवा चुके विभाग के कर्मचारियों की सही जानकारी तक नहीं है। उच्च शिक्षा विभाग में गत दिनों प्रवक्ता से हेड मास्टर की पदोन्नति के लिए एक ऐसे प्रवक्ता से दो बार एसीआर की मांग की गई, जिनकी मौत कोरोना महामारी से 15 मई, 2021 को आयुर्वेदिक संस्थान पपरोला के कोविड केयर सेंटर में हो चुकी है। उपमंडल के नोहरा गांव के 52 वर्षीय स्वर्गीय नरेश सरोच कांगड़ा जिले की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला संघोल में फिजिक्स विषय के प्रवक्ता थे।
15 मई को उनकी कोरोना महामारी के कारण मौत हो गई थी। उच्च शिक्षा विभाग ने गत जुलाई और अगस्त में दो बार हेड मास्टर के तौर पर पदोन्नति के लिए स्वर्गीय नरेश सरोच से एसीआर की मांग की है। इस प्रकार सूची से उनका नाम डिलीट न किए जाने पर आगामी कुछ दिनों के बाद जारी होने वाली पदोन्नति सूची के हिसाब से नरेश सरोच किसी स्कूल में हेड मास्टर के पद पर नियुक्त हो जाएंगे। यही नहीं, पदोन्नति की इस प्रकार जारी होने वाली सूची के हिसाब से एक प्रवक्ता पदोन्नति से वंचित रह जाएगा।
उच्च शिक्षा विभाग से संबंधित लोगों का कहना है कि उच्च शिक्षा निदेशालय की गलतियों के कारण अनेक कर्मचारियों को लाभों से वंचित होना पड़ रहा है। उधर, इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग की उपनिदेशक रेखा कपूर ने बताया कि इस संबंध में शिमला स्थित कार्यालय को जानकारी दी गई है। उन्होंने बताया कि मामले की जानकारी एक बार फिर से निदेशालय को दी जाएगी।