कॉन्ट्रैक्ट बस मुलाजिमों की अनिश्चितकालीन हड़ताल से राजस्व को 76 करोड़ का नुकसान

Praveen Upadhayay's picture

RGA news

Punjab Roadways Strike कॉन्ट्रैक्ट बस मुलाजिमों की हड़ताल से सरकारी राजस्व को करीब 76 करोड़ का नुकसान हो चुका है। हड़ताल से जहां सरकार सकते में है वहीं पब्लिक को रोजाना परेशानियाें का सामना करना पड़ रहा है

कॉन्ट्रैक्ट बस मुलाजिमों की हड़ताल से सरकारी राजस्व को करीब 76 करोड़ का नुकसान। 

जागरण संवाददाता लुधियाना। कॉन्ट्रैक्ट बस मुलाजिमों की हड़ताल से सरकारी राजस्व को करीब 76 करोड़ का नुकसान हो चुका है। हड़ताल से जहां सरकार सकते में है वहीं पब्लिक को रोजाना परेशानियाें का सामना करना पड़ रहा है। वहीं रविवार को भी बारिश के चलते बस स्टैंड पर यात्रियाें की संख्या नाममात्र

यूनियन नेता दिलीप सिंह और शमशेर सिंह ने बताया कि बस मुलाजिमाें की हड़ताल लगातार जारी रहेगी क्योंकि सरकार की ओर से मामला सुलझाने के लिए कोई पहल नहीं की जा रही है। सरकार की ओर से 14 सितंबर का समय दिया गया है। अब मीटिंग पर ही निर्भर करता है कि हड़ताल कब तक चलेगी। इसलिए यूनियन का फैसला है कि जब तक सरकार काॅन्ट्रैक्ट मुलाजिमों की मांगों को पूरा नहीं करती तब तक बस की हड़ताल जारी रहेगी। रविवार को भी बस स्टैंड से कोई बसें नहीं खुली और ना ही यात्री कहीं के लिए रवाना हो पाए।

उन्होंने कहा कि यूनियन की ओर से बस स्टैंड पर यूनियन की ओर से शिष्टमंडल निगरानी करने में जुटी है। कांटेक्ट मुलाजिमों को काम करने पर भी सही मजदूरी नहीं मिल रहा है जिसे कांटेक्ट मुलाजिम अपने परिवार का भरण पोषण नहीं कर पाता है इसलिए मुलाजिम चाहते हैं कि सरकार की ओर से उचित व्यवस्था हो ताकि उनके परिवार का भरण पोषण हो सके।

यात्री लखबीर सिंह और प्रीत सिंह ने बताया कि उन्हें दिल्ली जाना जरूरी था लेकिन यहां से कोई बस नहीं जाने से उन्हें निराश होकर वापस घर लौटना पड़ रहा है। दिल्ली नहीं जाने से उनका लाखों का नुकसान होने वाला है। वहीं बसों का परिचालन ठप होने के बारे में परिवहन विभाग के महाप्रबंधक राशपाल सिंह सग्गू से बात करने पर उन्होंने कहा कि मुलाजिमों की मांगों पर सरकार विचार कर रही है। 14 सितंबर को मीटिंग होनी है उसके बाद ही निष्कर्ष निकल पाएगा।

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.