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RGA न्यूज़
जिला प्रशासन ने 270 मीटर लंबी दीवार तोड़ लिया कब्जा। जोंस मिल प्रकरण की 1971 वर्गमीटर जमीन पर सिंचाई विभाग ने लिया कब्जा। चार घंटे चली जेसीबी अतिक्रमण किया धराशाई साढ़े छह करोड़ मूल्य की भूमि कराई मुक्त।
जोंस मिल कंपाउंड में बनी आस्था सिटी की दीवार को ढहा दिया गया है।
आगरा। बहुचर्चित जोंस मिल प्रकरण की 1971 वर्गमीटर जमीन को कब्जा मुक्त करा लिया गया है। जिला प्रशासन, पुलिस के सहयोग से सिंचाई विभाग ने चार घंटे तक आस्था सिटी में जेसीबी चलाई और गेट, दीवार, शौचालय, किचिन के रूप में किए गए अतिक्रमण को धराशाई किया। इस दौरान किसी भी तरह के विरोध का सामना नहीं करना पड़ा। उपनिबंधक की सूची 2017 के अनुसार मुक्त जमीन की कीमत साढ़े छह करोड़ और बाजार मूल्य 12 करोड़ रुपये है।
रजवाह सिकंदरा के मौजा घटवासन के गाटा संख्या-2078 की सिंचाई विभाग की जमीन जिस पर लंबे समय से अतिक्रमण था को कब्जा मुक्त करा लिया गया है। अधिशासी अभियंता शरद सौरभ गिरी ने बताया कि एसीएम द्वितीय अमरीश कुमार और क्षेत्रीय पुलिस के सहयोग से अतिक्रमण मुक्त अभियान चलाया गया। आस्था सिटी के मालिकान द्वारा रजवाह सिकंदरा की दांई पटरी की तरफ 24.3 फीट की लंबाई में सिंचाई विभाग की भूमि में गेट एवं शौचालय के साथ 270 मीटर लंबी दीवार का निर्माण करते हुए कब्जा कर लिया गया था। आस्था सिटी की भूमि जोंस मिल कम्पाउंड के नाम से जानी जाती है। राजस्व विभाग, नगर निगम और राजस्व विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से इसका चिन्हांकन किया था। विभागीय मुकदमे, नोटिस के बाद भी अतिक्रमणकर्ता ने भूमि को कब्जा मुक्त नहीं किया था।
अभी कई और आएंगे निशाने पर
जोंस मिल कंपाउंड ब्रिटिशकाल में बसाया गया था। आजादी के बाद यहां रह रहे किराएदारों और इलाके में रसूख रखने वाले लोगों ने धीरे-धीरे कब्जे कर लिए। जब फाइलें खुलीं और जमीन की नापतौल हुई तो परतें भी उधड़ती गईं। आस्था सिटी की दीवार गिराए जाने के बाद माना जा रहा है कि अब दूसरे हिस्से भी अवैध कब्जों से मुक्त कराए जाएंगे।