जातीय आधार पर बिछाई जाने लगी है चुनावी गोट, जानें चुनावी राजनीति

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RGA न्यूज़

 भीम आर्मी के चंद्रशेखर का भी अपना दावा और आधार है। सुभासपा का वाराणसी गोरखपुर आज़मगढ़ बस्ती मंडल में प्रभाव माना जा रहा है। इसी तरह जन अधिकार पार्टी अध्यक्ष बाबूसिंह कुशवाहा व राजकुमार सैनी बाबूराम पाल का भी अपनी-अपनी जाति पर असर माना जाता है।

विधान सभा चुनाव 2022 को लेकर राजनीतिक दलों की सक्रियता तेज हो गई है। जातीय समीकरण भी जोड़े जा रहे

प्रयागराज, विधान सभा चुनाव 2022 के लिए जातीय समीकरण बनने लगे हैं। खुले तौर पर सत्ता में भागीदारी की बात कही जा रही है। इससे भाजपा का यह दावा कि प्रदेश की राजनीति में जाति के समीकरण को खत्म कर दिया गया है, इसकी हवा निकलती दिख रही है। हालांकि अभी यह बातें कयासों तक सीमित हैं। फिलहाल क्षेत्रीय दल जिनमें विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का अपना अलग वोट बैंक है।

भीम आर्मी के चंद्रशेखर का यह है दावा

भीम आर्मी के चंद्रशेखर का भी अपना दावा और आधार है। सुभासपा का वाराणसी, गोरखपुर, आज़मगढ़, बस्ती मंडल में प्रभाव माना जा रहा है। इसी तरह जन अधिकार पार्टी अध्यक्ष बाबूसिंह कुशवाहा व राजकुमार सैनी, बाबूराम पाल का भी अपनी-अपनी जाति पर असर माना जाता है। वह भी सत्ता में भागीदारी के लिए दावा कर रहे हैं।

वीआइपी के प्रदेश अध्‍यक्ष ने कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ाने को कहा है

वीआइपी के प्रदेश अध्यक्ष चौ. लौटनराम निषाद ने बताया कि चुनाव के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं को सक्रियता बढ़ाने के लिए कहा गया है। अगले महीने पार्टी की ओर से वाराणसी, मीरजापुर, गोरखपुर, अयोध्या, प्रयागराज, आजमगढ़, आगरा, सहारनपुर, बरेली, कानपुर मंडल में 12 रैलियां की जाएंगी। उन्होंने बताया कि बुंदलेखंड पश्चिम, मध्य व बृज क्षेत्र की 72 विधानसभा क्षेत्रों में निषाद (मल्लाह, केवट कश्यप, बिंद, गोड़िया, रैकवार, मांझी, धीवर) निर्णायक हैं, जहां इस जाति समूह का वोटबैंक 40 हजार से 1.20 लाख तक है। चुनाव में पूरा प्रभाव दिखेगा। हालांकि यह जातीय आधार रखने वाले दल 'प्रेशर पॉलिटिक्स' करने पर आमादा हैं। इनका मानना है कि जब संख्या बल पर चुनाव होता है तो हमें भी प्रतिनिधित्व मिलना ही चाहिए

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्‍यक्ष का भी जानें दावा

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में करीब 6 महीने से भी कम का समय बचा है और लोगों ने सक्रियता बढ़ा दी है। शायद यही वजह है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने पिछले दिनों प्रयागराज में दावा कि सपा, बसपा, कांग्रेस और भाजपा के सभी समीकरणों को उनकी पार्टी ने गड़बड़ा दिया है। दरअसल, ओमप्रकाश राजभर ने उत्तर प्रदेश की करीब 10 छोटी राजनीतिक पार्टियों के साथ गठबंधन करते हुए 'भागीदारी संकल्प मोर्चा' का निर्माण कर लिया है। एम आइएमआइएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी भी भागीदारी संकल्प मोर्चा के साथ आने की बात कह चुके हैं। वह 100 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।

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