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RGA न्यूज़
बाराबंकी निवासी आदर्श कांत शुक्ल ने महज 22 वर्ष की उम्र में संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा पास कर आइपीएस बन गए हैं। उन्होंने इस उपलब्धि से परिवारजन और जिले का नाम रोशन किया है।
नेशनल पीजी कालेज लखनऊ से बीएससी में गोल्ड मेडल हासिल किया था।
बाराबंकी, मयूर बिहार कालोनी के आदर्श कांत शुक्ल ने महज 22 वर्ष की उम्र में संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा पास कर आइपीएस बन गए हैं। उन्होंने इस उपलब्धि से परिवारजन और जिले का नाम रोशन किया है। खास बात यह है कि आदर्श ने पहले ही प्रयास में और घर में ही पढ़ाई करके यह सफलता हासिल की।
जिले के रामनगर तहसील के बाढ़ प्रभावित इलाके के ग्राम मड़ना के मूल निवासी आदर्श के पिता राधाकांत शुक्ल निजी फर्मों में एकाउंटेंट का काम करते हैं। करीब 20 साल पहले गांव से जिला मुख्यालय पर आ गए थे। पहले किराए के मकान में रहते थे, धीरे-धीरे अपना मकान ओबरी स्थित मयूर बिहार कालोनी में बनाया। पत्नी गीता शुक्ला गृहिणी हैं। पुत्र आदर्श व पुत्री स्नेहा शुक्ला दो संतानें हैं।
आदर्श ने सांई इंटर कालेज लखपेड़ाबाग से हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा अच्छे अंकों से हासिल की थी। नेशनल पीजी कालेज लखनऊ से बीएससी में गोल्ड मेडल हासिल किया था। इसके बाद यूपीएससी की तैयारी कर पिछले साल परीक्षा दी। परीक्षा के समय इनकी आयु 21 वर्ष ही थी। आदर्श की बहन स्नेहा एलएलएम करने के बाद पीसीएस जे की तैयारी कर रही हैं। आदर्श का कहना है कि उनकी उपलब्धि में उनके माता-पिता का अहम योगदान है।