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50 कुंतल से अधिक धान विक्रय करने वाले किसान केवल शुक्रवार व शनिवार को ही धान बेच सकेंगे। इनको सप्ताह में केवल दो दिनों तक ही बेचने का मौका मिलेगा। इस बार 50 कुंतल से अधिक का धान बेचने वाले किसानों को मुश्किल झेलनी पड़ सकती है।
शासन द्वारा धान क्रय नीति में बदलाव किए जाने से छोटे किसानों को राहत मिलेगी।
प्रयागराज, धान की खरीद शुरू होने में भले ही अभी समय है, लेकिन क्रय नीति आने से तैयारियां जोरों से शुरू हो गई हैं। इस बार क्रय केंद्रों पर लघु व सीमांत किसानों को व अन्य किसानों को धान की बिक्री करने की अलग से दिन निर्धारित की गई है। निर्धारित दिन में ही वह अपना धान विक्रय कर सकेंगे। क्रय नीति में बदलव किए जाने से छोटे किसानों को राहत मिलेगीआप भी जानें कि शासन की क्या नीति है।
लघु और सीमांत किसानों के अलावा अन्य खरीद का दिन निर्धारित
प्रतापगढ़ जिले में एक नवंबर से धान की खरीद शुरू होगी, जो 28 फरवरी तक चलेगी। इस बार लघु और सीमांत के अलावा अन्य खरीद का अलग-अलग दिन निर्धारित की गई है। इससे जहां क्रय केंद्रों पर भीड़ नहीं होने पाएगी वहीं दूसरी ओर क्रय केंद्र पर किसान के पहुंचने पर उनसे आसानी से धान की खरीद हो सकेगी। इस बार लघु व सीमांत किसान (50 कुंतल तक) केवल पांच दिनों तक ही धान बेच सकेंगे। यानी सोमवार से गुरुवार तक ही अपना धान विक्रय कर पाएंगे।
50 कुंतल से अधिक धान विक्रय शुक्रवार व शनिवार को होगा
50 कुंतल से अधिक धान विक्रय करने वाले किसान केवल शुक्रवार व शनिवार को ही धान बेच सकेंगे। इनको सप्ताह में केवल दो दिनों तक ही बेचने का मौका मिलेगा। इस बार 50 कुंतल से अधिक का धान बेचने वाले किसानों को मुश्किल झेलनी पड़ सकती है।
बोले, डिप्टी आरएमओ
प्रतापगढ़ के डिप्टी आरएमओ अजीत कुमार त्रिपाठी ने बताया कि किसान इस बात को अपने संज्ञान में रखें। उन्होंने कहा कि निर्धारित दिन में ही किसान अपना धान बेच सकेंगे
17 हजार से अधिक किसानों ने पिछले वर्ष बेचा था धान
पिछले साल जिले में 15 हजार से अधिक किसानों ने अपना धान क्रय केंद्रों पर विक्रय किया था। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार भी 17 हजार से अधिक किसान अपना धान क्रय केंद्र पर बेचेंगे। संबंधित केंद्र प्रभारी अपने क्षेत्र के किसानों से संपर्क करके उनको जागरूक कर रहे हैं।
क्रय केंद्रों की सूची जारी
इस बार धान की खरीद करने वाले क्रय केंद्रों की सूची जारी हो चुकी है। इसमें विपणन के 17 केंद्र व पीसीएफ के करीब 22 केंद्रों की सूची फाइनल कर दी गई है। खरीद शुरू होने तक केंद्रों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है। पीसीएफ के कुछ और केंद्र बढ़ाए जाने की उम्मीद है।