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RGA न्यूज़
बैंक प्रतिनिधि कृषि विभाग के टोल फ्री नंबर पर पंजीयन कराने वाले किसानों का कार्ड घर बैठे बनाने आएंगे। कृषि लोन के लिए बनने वाले किसान क्रेडिट कार्ड के लिए किसानों का कृषि विभाग में पंजीयन अनिवार्य होगा। इसके बगैर किसानों का कार्ड नहीं बने
किसान क्रेडिट कार्ड बनाने में बैंक कर्मचारी आकर करेंगे आपकी मदद।
लखनऊ, किसान क्रेडिट कार्ड के लिए अब किसानों को बैंकों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। बैंक प्रतिनिधि कृषि विभाग के टोल फ्री नंबर पर पंजीयन कराने वाले किसानों का कार्ड घर बैठे बनाने आएंगे। कृषि लोन के लिए बनने वाले किसान क्रेडिट कार्ड के लिए किसानों का कृषि विभाग में पंजीयन अनिवार्य होगा। इसके बगैर किसानों का कार्ड नहीं बनेगा। किसान ब्लाक या फिर जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में भी पंजीयन करा सकता है। किसानों की सुविधा के लिए किसान घर बैठे टोल फ्री नंबर (18002001050) पर भी अपना पंजीयन करा सकते हैं
इसके अलावा कृषि विभाग की ओर से किसानों को बीज के साथ ही बोआई व सिंचाई के यंत्रों पर अनुदान दिया जाता है। अनुदान राशि का लाभ सीधे किसानों को मिल सके इसके लिए भी पंजीयन जरूरी होगा। अनुदान सीधे किसानों के खाते में जाएगा। इच्छुक किसान खतौनी, बैंक पासबुक की फोटोकॉपी और पहचान पत्र के साथ अपने नजदीकी विकास खंड स्थित बीज केंद्र से संपर्क करके अनुदान के लिए आवेदन कर सकते हैं। उप कृषि निदेशक डा.सीपी श्रीवास्तव ने बताया कि पंजीयन की कोई अंतिम तिथि न होने से अनुदान के इच्छुक किसान पंजीयन करा सकते हैं। किसानों की संख्या की जानकारी के लिए पंजीयन अनिवार्य है। उन्होंने किसानों से खेतों में पराली न जलाने की अपील है। उनका कहना है ऐसे करके किसान अपनी जमीन के पाेषक तत्वों को कम कर रहे हैं। पराली जलाने वाले किसानों के पकड़े जाने पर पांच हजार रुपये तक जुर्माना देना पड़ सकता है।
राजधानी में 2.25 लाख किसान: राजधानी में 2.25 लाख किसान हैं। एक हेक्टेयर तक की खेती वाले सीमांत किसानों की संख्या 1.83 लाख हैं। एक से दो हेक्टेयर खेती वाले लघु किसानों की संख्या 30086 है। दो हेक्टेयर से ऊपर की खेती वाले किसानों की संख्या 1.19 लाख हैं। लखनऊ में 1.65 लाख किसानों ने क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन किया था, उनमे से 1.20 लाख किसानों का किसान क्रेडिट कार्ड बन गया है।