आज भी 52 बूतों पर होगा कोविड टीकाकरण

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RGA न्यूज़

जिले में 18 लाख से अधिक लाभार्थियों को टीके लग चुके हैं। इनमें करीब चार लाख लोग को दूसरी डोज लगी है। स्वास्थ्य विभाग जल्द से जल्द लक्ष्य (27 लाख) को पूरा करने की कवायद में जुटा है। इसके लिए निरंतर कोविड टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है।

आज भी 52 बूथों पर टीकाकरण किया जाएगा।

अलीगढ़, जिले में 18 लाख से अधिक लाभार्थियों को टीके लग चुके हैं। इनमें करीब चार लाख लोग को दूसरी डोज लगी है। स्वास्थ्य विभाग जल्द से जल्द लक्ष्य (27 लाख) को पूरा करने की कवायद में जुटा है। इसके लिए निरंतर कोविड टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। आज भी 52 बूथों पर टीकाकरण किया जाएगा।52 केंद्रों पर टीकाकरण

सीएमओ डा. आनंद उपाध्याय ने बताया कि यदि आपने अभी तक पहला टीका नहीं लगवाया है या दूसरा टीका लगवाना भूल गए हैं तो नजदीकी केंद्र पर पहुंच कर खुद को प्रतिरक्षित कर लें। टीकाकरण को लेकर कोई भी लापरवाही न बरतें, जल्द से जल्द सभी लोग खुद को प्रतिरक्षित कर लें, यहीं सरकार और स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है। आज जेएन मेडिकल कालेज, जिला मलखान सिंह चिकित्सालय, मोहन लाल गौतम महिला चिकित्सालय, पं. दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय समेत 52 केंद्रों पर टीकाकरण होगा। । रजिस्ट्रेशन व स्लाट बुक कराकर या फिर सीधे ही केंद्र पर पहुंचकर स्पाट रजिस्ट्रेशन के बाद टीका लगवा सकते हैं। जिला प्रतिऱक्षण अधिकारी डा. एमके माथुर ने बताया कि टीके लगवाने से कोई नुकसान नहीं होता। यदि टीका लगने के बाद बुखार आता है तो पैरासिटामोल खा लें।

नवरात्र में हर तरफ जय जयकार

नवरात्र में हर तरफ मां अंबे की जय-जयकार होगी। सात अक्टूबर से माता रानी की भक्ति में पूरा शहर गूंज उठेगा। हर तरफ माता रानी के जयकारे गूंजेंगे। इसी के साथ श्रद्धालुओं के कदम माता रानी के मंदिरों की तरफ होंगे। जिले में कुछ ऐसे प्रसिद्ध मंदिर हैं, जहां हर मनौती पूर्ण होती है। नौरंगाबाद का नौ देवी मंदिर भी उनमें से एक हैं। यहां नौ देवी विराजमान हैं। नवरात्र में जिन देवियों का पूजन किया जाता है, उनके दर्शन यहां पर होते हैं। मंदिर काफी प्राचीन हैं। ऐसी मान्यता है कि मां यहां प्रगट हुई थीं, इसलिए यह मंदिर आस्था का केंद्र बन गया और यहां तमाम जिलों से भी श्रद्धालु आते हैं। ऐसा बताया जाता है कि यहां पर बुलंदहशर, हाथरस, कासगंज आदि जिलों से श्रद्धालु आते हैं। इसी प्रकार गांधीपार्क स्थित चामुंडा देवी मंदिर भी हैं। यह मंदिर भी श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र हैं। यहां भी पूरे जिले से श्रद्धालु आते हैं। यह शहर का अति प्राचीन मंदिरों में से एक है। नवरात्र में यहां भंडारे की परंपरा है। पूरे नौ दिनों तक श्रद्धालु यहां पर प्रसाद की व्यवस्था करते हैं। यहां सच्चे मन से जो भी श्रद्धालु एक बार आ जाता है, उसकी मनोकामना जरूर पूर्ण होती है। वहीं, महेंद्र नगर की मां काली की महिला तो अपरंपार हैं। यहां मानों मां काली साक्षात दर्शन देती हैं। मां का भव्य स्वरुप भक्ति के भाव से सराबोर कर देता है। यहां नाै दिनों तक श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा रहता है। भजन-कीर्तन होते रहते हैं।

पत्थर की मूरत सारी

जिले में पथवारी मइया का आशीर्वाद अनुपम है। मां पत्थर के रुप में विराजमान हैं। पूरे जिले में दो-दो कदम पर पथवारी मइया का मंदिर दिखाई देगा पत्थर की मूरत में मां अद्भुत दर्शन देतीं हैं। काफी दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं और उनकी मनोकामना पूर्ण होती है। शहर में हाथरस अड्डे पर मां का भव्य मंदिर है। यहां तो आस्था ऐसी उमड़ती है कि श्रद्धालुओं काे संभालना मुश्किल होता है। दुबे पड़ाव, रामघाट रोड, भमौला में भी भक्तों का सैलाब उमड़ता है।

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