पोखर पर कब्‍जा होने से मार्ग पर भरा गंदा पानी, नरकीय जीवन जी रहे लोग

harshita's picture

RGA न्यूज़

अलीगढ़ इगलास तहसील के ब्लाक गौंडा की ग्राम पंचायत श्यामगढ़ी के माजरा गांव बास फतेली के लोग कई वर्षों से जलभराव से परेशान है।

इगलास तहसील के ब्लाक गौंडा की ग्राम पंचायत श्यामगढ़ी के माजरा गांव बास फतेली में गदंगी में खड़े लोग।

अलीगढ़, इगलास तहसील के ब्लाक गौंडा की ग्राम पंचायत श्यामगढ़ी के माजरा गांव बास फतेली के लोग कई वर्षों से जलभराव से परेशान है। घरों को जाने के लिए लोगों को कीचड़ से भरे हुए गंदे पानी से होकर निकलना पड़ता है। कारण यह है कि गांव में पोखर पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है।

रास्‍तों पर कीचड़ का साम्राज्‍य

करीब 600 की आवादी वाले गांव बास फतेली के मार्ग की हालत इतनी दयनीय है कि मार्ग में कीचड़ का साम्राज्य स्थापित हो चुका है। पानी निकासी की व्यवस्था न होने के कारण गंदा पानी मार्ग में हिलौरे मारता है। बदबूदार कीचड़ से होकर ही बच्चों को स्कूल पढ़ने के लिए जाना पड़ता है। वाहन चालकों व पैदल निकलने वाले राहगीरों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है

जलजमाव से फैल रही बीमारी

ग्रामीण घरों को जाने के लिए पड़ोसियों के घरों से रास्ता बना रखा है। कीचड़ में फस कर गिर जाने से रोजाना कोई न कोई वाहन सवार चुटहिल होता रहता है। जलभराव एवं कीचड़ से मच्छरों ने भी अपने पैर पसार लिए है, जिससे संक्रामक रोग फैलने का खतरा बना हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि मार्ग में पानी भरने का मुख्य कारण पोखर पर कुछ दबंगों द्वारा कब्जा करना 

अधिकारियों से लेकर मुख्‍यमंत्री तक शिकायत, फिर नहीं हुआ समाधान

इस बाबत अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री से भी शिकायत की थी। लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात। बास फतेली के बलवीर सिंह, महेंद्र सिंह, गौतम सिंह, रामवीर सिंह, रामबाबू, प्रेमपाल, भगवान सिंह आदि ने समस्या से निजात दिलाए जाने की मांग की है।

ग्रामीणों की पीडा

गांव की पोखर पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है। इस लिए गांव का पानी रास्ते में भर जाता है। शिकायत भी की गई है लेकिन प्रभावी कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही

जलभराव से पथवारी व चामड मंदिर का रास्ता भी बंद हैं। मच्छर पैदा होने से बीमारियों का खतरा बना रहता है। मुझे पानी से निकलने के दौरान सांप भी काट चुका है।

News Category: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.