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सीबीएसई ने दो बार परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। दसवीं और 12वीं के विद्यार्थियों को पहली परीक्षा नवंबर में देनी होगी। यह परीक्षा बहुविकल्पी प्रश्नों की होगी। दूसरी परीक्षा मार्च में पारंपरिक तरीके से कराई जाएगी। दोनों परीक्षाओं के अंक जोड़कर नतीजे घोषित किए जाएंगे।
दसवीं और 12वीं के विद्यार्थियों को पहली परीक्षा नवंबर में देनी होगी।
प्रयागराज, कोरोना महामारी के चलते वर्ष 2021 में 10 वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षाएं नहीं हो सकीं। सभी विद्यार्थियों को उनके पूर्व के प्रदर्शन के आधार पर प्रोन्नत कर दिया गया। दोबारा ऐसी स्थिति न पैदा हो इसके लिए सीबीएसई ने दो बार परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। दसवीं और 12वीं के विद्यार्थियों को पहली परीक्षा नवंबर में देनी होगी। यह परीक्षा बहुविकल्पी प्रश्नों की होगी। दूसरी परीक्षा मार्च में पारंपरिक तरीके से कराई जाएगी। दोनों परीक्षाओं के अंक जोड़कर नतीजे घोषित किए जाएंगे।
कोरोना के खतरे की वजह से दो बार परीक्षा
महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर की प्रधानाचार्य सुष्मिता कानूनगो ने बताया कि सीबीएसई ने दो बार परीक्षा कराने का फैसला इसलिए किया कि यदि भविष्य में कोरोना की लहर फिर आती है तो फर्स्ट टर्म परीक्षा के आधार पर ही विद्यार्थियों का मूल्यांकन कर दिया जाएगा। यदि सब ठीक रहा तो मार्च में नियमित तौर पर होने वाली परीक्षा भी कराई जाएगी। दोनों परीक्षा के अंक जोड़कर नतीजे घोषित होंगे। इसके अतिरिक्त सभी स्कूलों को तीन पीरियाडिक परीक्षा भी करानी होगी। उनके भी कुछ अंक वार्षिक परीक्षा में जोड़े जाएंगे। साल में दो बार बोर्ड परीक्षा की वजह से विद्यार्थी अभी से परीक्षा की मोड में आ चुके हैं। उनका मानना है कि इन परीक्षाओं के चलते वह बेहतर कर सकते हैं।
एक्सट्रा एक्टीविटीज के भी जुड़ेंगे अंक
सीबीएसई विभिन्न विषयों के ज्ञान को परखने के साथ ही एक्सट्रा एक्टीविटीज को भी महत्व दे रहा है। विद्यार्थियों ने सालभर कितनी आनलाइन गतिविधियों में हिस्सा लिया, कितने प्रोजेक्ट बनाए, सुनने और बोलने संबंधी गतिविधियों में क्या प्रगति रही, इन सब का आकलन असिसमेंट आफ स्पीकिंग एंड लिसनिंग एक्टीविटीज (एएसएल) के जरिए किया जाएगा। पांच अंक फर्स्ट टर्म और पांच अंक सेकेंड टर्म में दिए जाएंगे।
दो बार बोर्ड परीक्षाओं के होने से विद्यार्थियों को बेहतर करने का अवसर मिलेगा। वह अपने विषय पर अधिक फोकस करेंगे। सभी विषयों को लेकर उनकी तैयारी भी अच्छी होगी। छात्र छात्राओं में सजगता भी बढ़ेगी। उम्मीद है कि 15 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच फर्स्ट टर्म परीक्षा हो जाएगी।
- अर्चना तिवारी, प्रधानाचार्य टैगोर पब्लिक स्कूल
दो बार बोर्ड परीक्षा कराना अच्छा है। इसमें एक बार बहुविकल्पी परीक्षा का जो पैटर्न है वह भी बेहतर है। इससे विषय की तैयारी अच्छे से कर सकेंगे। प्रतियोगी परीक्षाओं का भी अभ्यास होगा।
- हरमीत सिंह, कक्षा 12
नए पैटर्न से तैयारी करने में मदद मिल रही है। यह जरूर है कि वर्ष में दो बार परीक्षा का तनाव मिलेगा लेकिन इससे नतीजे बेहतर करने में मदद मिलेगी। महामारी के दौर में यदि कुछ और कठिनाई होती है तो उससे भी निपट पाएंगे।
- श्रेष्ठा श्रीवास्तव, कक्षा 12
परीक्षा निकट है लेकिन हम दबाव में नहीं है। क्यों की यह परीक्षा बहु विकल्पी होगी। माडल पेपर को देखकर लग रहा है इस तरह की परीक्षा आगे चलकर लाभ देगी। विषय की तैयारी में भी सहायता मिलेगी।
- शाम्भवी अग्रवाल, कक्षा दस
नए पैटर्न ने हम सब को पढ़ाई के प्रति अधिक सजग बनाया है। दो बार बोर्ड परीक्षा का लाभ यह है कि यदि पहली बार कुछ कमी रह जाएगी तो दूसरी बार उसके लिए और प्रयास कर भरपाई की जा सकेगी।
- ओजस्वी, कक्षा दस