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RGA न्यूज़
कूड़ा निस्तारण में नगर निगम की सहयोगी कंपनी हरी-भरी द्वारा बसवार कूड़ा निस्तारण प्लांट परिसर में प्लास्टिक कचरे से डीजल बनाने का प्लांट भी लगाया गया है। करीब 90 लाख रुपये की लागत से स्थापित प्लांट की क्षमता दो टन की है। प्लांट तीन मार्च से शुरू हो गया है
प्रयागराज में बसवार स्थित प्लांट में 1200 लीटर फ्यूल रोज हो रहा तैयार
प्रयागराज, लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित न्यू अर्बन इंडिया प्रदर्शनी में प्रयागराज की हरी-भरी कंपनी ने भी अपना माडल लगाया है। प्लास्टिक कचरे से डीजल (फ्यूल) और कूड़ा निस्तारण के थ्री-डी माडल को मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा अन्य गणमान्य लोगों द्वारा सराहा गया।
1200 लीटर डीजल तैयार हो रहा रोज
कूड़ा निस्तारण में नगर निगम की सहयोगी कंपनी हरी-भरी द्वारा बसवार कूड़ा निस्तारण प्लांट परिसर में प्लास्टिक कचरे से डीजल बनाने का प्लांट भी लगाया गया है। करीब 90 लाख रुपये की लागत से स्थापित प्लांट की क्षमता दो टन की है। यह प्लांट तीन मार्च से शुरू हो गया है। इसमें प्रतिदिन दो टन प्लास्टिक कचरे से 1200 लीटर डीजल तैयार हो रहा है। अब कंपनी द्वारा सूखे कूड़े (ड्राई वेस्ट) से कोयला बनाने के लिए प्लांट स्थापित करने की तैयारी है। इसके लिए नगर निगम से जल्द करार होना है। करार होते ही प्लांट लगाने का काम शुरू होने की उम्मीद है। प्लांट लगना चालू होने के बाद लगभग छह महीने में तैयार होने की संभावना है। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण कुमार राय का कहना है कि ड्राई वेस्ट से कोयला बनाने का प्लांट लगाने में करीब 12 से 15 करोड़ रुपये की लागत आएगी। उनका कहना है कि तेल एवं कोयला खत्म होता जा रहा है। इसी को बढ़ावा देने के लिए फ्यूल और कोयले के उत्पादन की पहल की जा रही है। ड्राई वेस्ट कम होने पर आसपास के गांवों से पराली लेकर कोयला बनाया जाएगा।
नौ हजार टन मुफ्त बांटा जैविक खाद
मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि शुरू से अंत तक कचरे को रियूज करने के माडल को प्रधानमंत्री द्वारा सराहा गया। कोरोना काल में किसानों को करीब नौ हजार टन जैविक खाद मुफ्त दी गई। उम्मीद की जा रही है कि प्लांट का सफलतापूर्वक संचालन होता रहा तो किसानों के लिए खासा मददगार साबित होगा।