मुरैना सड़क हादसे में अलीगढ़ के सिपाही की आगरा में उपचार के दौरान मौत

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RGA न्यूज़

इगलास कोतवाली में तैनात सिपाही रामकुमार की देर रात्रि आगरा के रेनबो हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मौत हो गई। वह मध्य प्रदेश के मुरैना क्षेत्र में हादसे में घायल हुआ था। वह अपने अन्य साथियों के साथ दबिश में साथ था।

सिपाही रामकुमार की देर रात्रि आगरा के रेनबो हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मौत हो गई।

अलीगढ़, उत्‍तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ की इगलास कोतवाली में तैनात सिपाही रामकुमार की देर रात आगरा के रेनबो हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मौत हो गई। वह मध्य प्रदेश के मुरैना क्षेत्र में हादसे में घायल हुआ था। वह अपने अन्य पुलिस कर्मी साथियों के साथ दबिश में साथ था। हादसे में दरोगा, दो सिपाही व एक निजी चालक की मौके पर मौत हो गई थी। रामकुमार का इलाज आगरा में चल रहा था। पोस्टमार्टम के बाद सिपाही रामकुमार का शव ग्राम नागर, थाना अछनेरा, आगरा ले जाया जाएगा।

यह है मामला

इगलास कोतवाली क्षेत्र के गांव रामनगर मढ़ी निवासी चंद्रपाल शर्मा की बाइक 22 फरवरी को घर के बाहर से चोरी हो गई थी। इस मामले में मथुरा के थाना सुरीर के बधनवारा निवासी गपुआ का नाम प्रकाश में आया। मंगलवार को उसकी लोकेशन मुरैना (मध्य प्रदेश) में मिली थी। रात करीब साढ़े 11 बजे इगलास थाने की बेसवां चौकी के प्रभारी मनीष कुमार, हेड कांस्टेबल सुनील, सिपाही पवन व सिपाही रामकुमार निजी गाड़ी से रवाना हुए। बेसवां निवासी दीपक गाड़ी ड्राइव कर रहे थे। तड़के करीब साढ़े तीन बजे मुरैना में हादसा होने की सूचना ने पुलिस के होश उड़ा दिए। सिपाही रामकुमार पुत्र राजवीर सिंह, ग्राम नागर, थाना अछनेरा, आगरा घायल हुआ था। जबकि अन्य की मौत की खबर मिलते ही सुबह करीब छह बजे एसएसपी कलानिधि नैथानी ने सीओ इगलास अशोक कुमार को मुरैना के लिए रवाना कर दिया। इसके बाद एसपी क्राइम राजेश श्रीवास्तव और इंस्पेक्टर रवींद्र कुमार दुबे भी रवाना हो गए। इधर, पुलिस लाइन से लेकर सभी थानों में शोक का माहौल रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे में पुलिसकॢमयों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया था। मृतकों के शोक संतप्त स्वजन के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने सुबह ही अधिकारियों को निर्देशित किया था कि मध्यप्रदेश सरकार के अधिकारियों से समन्वय करते हुए इस दुर्घटना में घायल हुए पुलिसकॢमयों के उपचार की समुचित व्यवस्था कराएं। दिवंगत हुए पुलिसकॢमयों के पाॢथव शरीर को उनके गृह जनपद तक लाने की व्यवस्था कराएं। उन्होंने सभी प्रभावितों को अनुमन्य सहायता राशि प्रदान करने के भी निर्देश दिए हैं।

नशेबाजी को गपुआ चुराता था बाइक

नशा, मौज-मस्ती करने के लिए गपुआ किशोरावस्था में ही मोटरसाइकिल चुराने लगा था। बेटे के अपराधी बनने का सदमा मां भी बर्दाश्त नहीं कर पाई और आठ साल पहले इस दुनिया से चल बसी। गपुआ के खिलाफ चार मुकदमे दर्ज हैं। सुरीर कोतवाली क्षेत्र के गांव भदनवारा निवासी गपुआ पांच भाइयों में चौथे नंबर का है। परिवार की आॢथक स्थिति कमजोर है। बीमारी के चलते करीब 15 साल पहले पिता की मौत हो गई। इसके बाद गपुआ को नशे की लत लग गई। भाई मेहनत-मजदूरी कर जीवन यापन कर रहे हैं। वर्ष 2012 में गपुआ ने पहली बार मोटरसाइकिल चुराई थी। उस मामले में वो गिरफ्तार हुआ। जेल से छूटने के बाद वह फिर मोटरसाइकिल चुराने लगा। वर्ष 2015 और 2106 में भी उसके खिलाफ मोटरसाइकिल चोरी के मुकदमे दर्ज हुए। इसी साल उसके खिलाफ धोखाधड़ी का भी मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस का दबाव बढऩे पर वह खैर (अलीगढ़) भाग गया। वहां भी वह मोटरसाइकिल चोरी करता था। अलीगढ़ और गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने भी उसकी गिरफ्तारी के लिए भदनवारा में दबिश दी। उसके भाइयों को कई बार पूछताछ के लिए हिरासत में लेकर गई। मगर, गपुआ हत्थे नहीं चढ़ सका।

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