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1971 में भारत पाक युद्ध और कारगिल वार को याद करते हुए लेफ्टीनेंट जनरल वाईके जोशी ने कहा कि उस युद्ध में हमारे वीर जवानों की ताकत के आगे दुश्मनों को मुंह की खानी पड़ी थी। इस वर्ष को हम 1971 की लड़ाई का स्वर्णिम विजय वर्ष मना रहे हैं।
नार्दन कमान के जनरल आफिसर इन कमान (जीओसी) लेफ्टीनेंट जनरल वाईके जोशी आज प्रयागराज में हैं।
प्रयागराज, आजादी का अमृत महोत्सव और स्वर्णिम विजय वर्ष के कार्यक्रम में कारगिल युद्ध विजेता का रविवार को प्रयागराज आगमन हुआ। नार्दन कमान के जनरल आफिसर इन कमान (जीओसी) लेफ्टीनेंट जनरल वाईके जोशी ने कहा कि देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। बार्डर पर सेना सशक्त है और दुश्मनों को मुंह तोड़ जवाब देनेे में हम सक्षम हैं।
लेफ्टीनेंट जनरल ने 1971 में भारत-पाक युद्ध व कारगिल वार को याद किया
1971 में भारत पाक-युद्ध और कारगिल वार को याद करते हुए लेफ्टीनेंट जनरल वाईके जोशी ने कहा कि उस युद्ध में हमारे वीर जवानों की ताकत के आगे दुश्मनों को मुंह की खानी पड़ी थी। इस वर्ष को हम 1971 की लड़ाई का स्वर्णिम विजय वर्ष मना रहे हैं। विजय वर्ष की मशाल देश के अलग-अलग हिस्से में पहुंचाई गई है। इसका समापन दिल्ली में होगा लेकिन संगम नगरी में इसका एक पड़ाव था
रेड ईगल डिवीजन ने सरस्वती घाट पर मनाया आजादी का अमृत महोत्सव
उन्होंने कहा कि भारत पार्क बार्डर पर इंडस नदी ऐतिहासिक है। वहां पर हमने लड़ाई लड़ी है लेकिन गंगा नदी संस्कृति का प्रतीक है। आज गंगा किनारे विजय वर्ष मनाने का कार्यक्रम भी विशेष है। सेना के रेड ईगल डिवीजन की ओर से संगम नगरी में सरस्वती घाट पर आजादी का अमृत महोत्सव और स्वर्णिम विजय मनाया गया
1971 के शहीदों की वीर नारियों को किया सम्मानित
इस अवसर पर लेफ्टीनेंट जनरल वाईके जोशी ने 1971 में शहीद हुए वीर जवानों की वीर नारियों को सम्मानित किया। इसके अलावा बार्डर पर शौर्य का परिचय देने वाले रिटायर फौजियों को भी सम्मानित किया गया। इससे पहले एनसीसी कैडेट और स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। सेना के बैंड ने देशभक्ति धुन बजाए तो लोग झूंम उठे। कार्यक्रम की शुरुआत में आगरा से आई पैराग्लाइडिंग टीम ने करतब दिखाएं। पैराग्लाइडिंग की टीम 45 मिनट तक हवा में रही और वह ढाई हजार फीट की ऊंचाई तक गए।
प्रदर्शनी में दिखी पाक विजय की झलक
सरस्वती घाट पर रेड ईगल की ओर से 1971 की लड़ाई की प्रदर्शनी लगाई गई। उस लड़ाई में रेड ईगल की टीम अगली पक्ति में थी। लड़ाई के दौरान पाकिस्तान सेना के प्रतीक चिन्ह, मेडल, हथियार, संचार उपकरण आदि जब्त कर लिए गए थे। उसे भी प्रदर्शनी में रखा गया है। साथ ही चित्रों और फिल्म के माध्यम से यह दिखाया गया कि उस समय पूर्वी पाकिस्तान को कैसे आजाद कराया गया था। साथ ही उस लड़ाई में शहीद हुए वीर जवानों की चित्र प्रदर्शनी भी लगाई गई।